नेशनल आवाज़/राजपुर :- प्रखंड मुख्यालय परिसर में वार्ड सदस्य संघ राजपुर के तत्वावधान में एक दिवसीय धरना दिया गया. धरने पर बैठे सदस्यों ने विभिन्न मांगों को लेकर अपनी आवाज बुलंद किया. इस दौरान एक विचार गोष्ठी की गयी. जिसकी अध्यक्षता ओमप्रकाश सिंह एवं संचालन जितेंद्र कुमार राम ने किया.
वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पंचायती राज व्यवस्था में सरकार ने गांव के विकास करने के लिए वार्ड सदस्यों का भी चयन किया है. जो अपने संबंधित वार्ड के जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं. इनकी अगुवाई में ही वार्ड के अंदर पक्की नाली गली ,पेयजल सहित कई अन्य समस्याओं पर काम भी कराया जाता है. जिसके लिए वार्ड प्रबंधन समिति का भी गठन किया जा रहा है. फिर भी पंचायतों में मुखिया वार्ड सदस्यों को दरकिनार करते हुए मनमानी करते हैं.
जिससे पंचायतों के विकास में बाधा हो रही है. ऐसा नहीं होना चाहिए .कई बार वार्ड संघ के तरफ से अधिकारियों के पास अपनी मांगों को लेकर रखा गया. फिर भी इसमें सुधार नहीं हो रहा है. स्वच्छता अभियान में भी कई जगह मनमानी तरीके से बहाली की गई है. जिसको लेकर स्वच्छता समन्वयक को कई बार आवेदन दिया गया. फिर भी अभी तक कोई पहल नहीं की गई है.
अभी भी कई जगहों पर हमें काम करने की पूरी आजादी नहीं मिली है. सरकार के तरफ से अभी भी मानदेय भत्ता नहीं है. पंचायत स्तर पर जो भी काम हो रहा है.इसमें लगने वाले बोर्ड पर नाम भी नहीं रहता है. पंचायती राज व्यवस्था में मुखिया के द्वारा ठेकेदारी प्रथा का प्रचलन हो गया है जो पूरी तरह से गलत है. पंचायत के किसी भी योजना मद में काम करने के दौरान वार्ड सदस्यों की सहमति भी जरूरी है. इसके अलावा सरकार के तरफ से संचालित विभिन्न योजनाओं में सहमति का होना जरूरी है.
इसके बाद पंचायत में वार्ड सदस्यों के साथ मुखिया द्वारा दुर्व्यवहार,सभी योजनाओं में भागीदारी, पंचायत स्तर पर सामाजिक सुरक्षा योजना में सहमति, नवनिर्वाचित वार्ड सदस्यों एवं क्रियान्वयन समिति का खाता खोलने एवं प्रतिनिधि भवन बनाने सहित नौ सूत्री मांगो के समर्थन में आवाज उठायी. इस धरने पर उपाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार सिंह, व्यवस्थापक संजय रजक, सुशील कुमार राम,
कविता देवी, पार्वती देवी, अमोद त्रिगुण,विजय कुमार सिंह,सत्येंद्र कुमार,अनिल कुमार अभिषेक कुमार के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे.