



नेशनल आवाज़ /बक्सर :-राजपुर प्रखंड मुख्यालय परिसर में रविवार को राष्ट्रीय मध्यान भोजन रसोईया फ्रंट के बैनर तले विशेष आम सभा का आयोजन किया गया. जिसमें क्षेत्र के सभी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में कार्यरत रसोईया कर्मियों ने गोलबंद होकर सरकार के खिलाफ आवाज उठाया. रसोईया फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष कंचन कुंवर ने संबोधित करते हुए कहा कि स्कूलों में खाना बनाने वाले रसोइयों की हालत बंधुआ मजदूरों से भी बदतर है. सरकार इन्हें जीने लायक मानदेय नहीं दे रही है. इन्हें मनमानी ढंग से स्कूल में रखा जाता है तथा इसी प्रकार निकाल दिया जाता है जो कि मानवता के खिलाफ है.
सभी रसोइया समय पर स्कूल पहुंचकर अपने काम को करती हैं.फिर भी इनके जिंदगी की सुरक्षा के लिए कोई गारंटी नहीं है. सरकार से मांग है कि प्रधानमंत्री पोषण योजना में ठेकेदारीकरण पर रोक लगाये. रसोइयों का न्यूनतम मजदूरी काम से कम ₹10000 प्रतिमाह करने, रसोइयों को स्थाई करते हुए नियमित मानदेय देने, कार्य के दौरान रसोइयों को चोट लगने या घायल होने पर इलाज कराने, सभी कार्यरत रसोइयों को मातृत्व अवकाश एवं विशेष अवकाश का लाभ देने,भविष्य निधि का लाभ देने ,सभी महिला राशियों को वर्ष में दो सूती साड़ी एवं पुरुष रसोइयों को दो पेंट शर्ट का कपड़ा उपलब्ध कराने, रसोइयों के कार्य दबाव को देखते हुए प्रत्येक 30 बच्चों के नामांकन पर एक रसोईया बहाल करने एवं रसोइयों का चयन जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला अधिकारी के अधीनस्थ करने तथा सभी रसोइयों को नियुक्ति पत्र देने के अलावे सभी रसोइयों को सरकार के तरफ से पांच लाख का मुफ्त जीवन बीमा कराने के लिए यह मांग पत्र सरकार के समक्ष रखा गया है.
इन्होंने बताया कि अगर सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा. इस मौके पर मनीष कुमार, कृष्ण कुमार ,मंजू देवी, भारत सिंह ,कलावती देवी, उर्मिला देवी, सीता देवी, मीना देवी, इंदु देवी, फुलेसरा देवी, तेतरी देवी के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे.