324 वें दिन किसानों ने दिया धरना
रेल कॉरिडोर एवं वाटर पाइप लाइन योजना में मनमानी पर जताया विरोध
नेशनल आवाज़ /चौसा. प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा, चौसा (बक्सर) के बैनर तले पिछले 17अक्टूबर से जारी किसानों का आंदोलन मंगलवार को 324वें दिन मुरा बाबा स्थान पर जारी रहा. जिसकी अध्यक्षता द्वारिका चौधरी तथा संचालन शिवदयाल सिंह ने किया. आंदोलन में शामिल सुरेश सिंह यादव, नन्दलाल सिंह, जितेन्द्र राय, लालजी चौधरी, राजेन्द्र तिवारी, राम अवध सिंह यादव, खेदन चौधरी, लालजी चौधरी , ब्रजेश राय, छेदी राजभर, राजेश्वर सिंह, रोजन नालबंध, ओमकार चौहान, बलिष्टर राजभर, भैरव नाथ राय आदि प्रभावित किसान,मजदूरों ने स्वर में कहा कि कंपनी के वरीय अधिकारी बार बार एक ही बात कह रहे है कि रेल कॉरीडोर तथा वाटर पाईप लाइन के लिए 87 लोग मुआवजा ले लिए है.
कुछ लोग नहीं लिए है.धरना पर बैठे किसान मजदूर बेरोजगार नौजवान कह रहे है उन्हीं रैयतों की जमीन में अपना रेल कॉरिडोर तथा वाटर पाईप लाइन का निर्माण करके यहां विकास की नदियां बहा दिजिए. उन 87 रैयतों के यहा कोई बेरोजगार न रह जाए और रही बात कुछ किसान मजदूर बेरोजगार नौजवान की तो रोड पर कटोरा लेकर भीख मांग कर अपना जीवन यापन कर लेगें. परन्तु अपनी जमीन नही देगें.
कंपनी ये समझ रही है कि कुछ बिचौलिओं से सारा समस्याओं का समाधान हो जाएगा. परन्तु ये इनका गलत सोच है. इन सब भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर बेरोजगार नौजवानों का STPL कंपनी के खिलाफ आक्रोश दिनानुदिन बढ़ता जा रहा है. कंपनी द्वारा जो R&R policy सार्वजनिक किया गया है वो सरासर निराधार है. एक तरफ कहा जा रहा है एक राष्ट्र एक नियम दुसरी तरफ STPL कंपनी R&R Policy मे कहानी लिखकर भु-धारी किसान मजदूर बेरोजगार नौजवानो को दिग्भ्रमित करने का काम कर रही हैं.
प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर बेरोजगार नौजवान द्वारा निर्णय लिया गया कि अगर तत्काल प्रभाव से प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा चौसा की समनवय समिति के साथ बैठक कर समस्याओ का संतोष जनक समाधान नही कर लिया जाएगा तब तक अनिश्चितकालीन शांतिपूर्ण धरना जारी रहेगा.