Slide
जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो : गौतम बुद्ध
Slide
एक अच्छी किताब सौ अच्छे दोस्तों के बराबर होती है,लेकिन एक अच्छा दोस्त पूरे पुस्तकालय के बराबर होता है ।
Slide
अपनी मंजिल का रास्ता स्वयं बनाये
Slide

सबसे महान जीत प्यार की है, यह हमेशा के लिए दिलों को जीतता है ।

Slide
क्रांति की धार विचारों के शान पर तेज होती है । भगत सिंह
previous arrow
next arrow
Accident

नहर में पलटा टेम्पो, चालक की हुई मौत

परिजनों का रो-रो कर हुआ बुरा हाल

नेशनल आवाज़
राजपुर :-  थाना क्षेत्र के जलहरा दिनारा मुख्य पथ पर शनिवार की सुबह रसेन स्कूल के समीप एक अनियंत्रित टेंपो पानी भरे नहर में पलट गयी. जिसमें चालक जयराम चौहान की मौत हो गयी. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह 4:00 बजे जलहरा गांव से ही किसी यात्री सवारी को लेकर वह धनसोई थाना क्षेत्र के परसदा गांव गया हुआ था. जहां यात्रियों को उतारकर गाड़ी को स्वयं लेकर वापस गांव लौट रहा था. जैसे ही वह रसेन स्कूल के समीप पहुंचा उसी दौरान अचानक उसकी गाड़ी अनियंत्रित होकर पानी भरे नहर में पलट गयी. वहां किसी के नहीं होने से इसकी दर्दनाक मौत हो गयी. कुछ घंटे बाद सुबह 6:00 बजे जब गांव के लोग खेत घूमने के लिए जा रहे थे. उसी दौरान नहर में पलटी टेम्पो को देख आसपास के ग्रामीणों की भीड़ लग गयी.ग्रामीणों ने इसकी सूचना राजपुर थाना को दिया. मौके पर पहुंचे थाना अध्यक्ष युसूफ अंसारी के मौजूदगी में शव को बाहर निकाला गया. घटना की चर्चा होते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया. पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया. ग्रामीणों ने बताया कि ऐसा अनुमान है कि शायद चालक को सुबह में झपकी आ जाने से यह घटना हुई है जो काफी दुखद है. घटनास्थल पर पहुंचे अकबरपुर पंचायत के उप मुखिया मनोज चौहान ने सरकार से मुआवजा राशि की मांग की है.जाप नेता सत्येंद्र सिंह ने घटना पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए परिवार को धैर्य के साथ रहने का हिम्मत दिया है.
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
टेंपो चालक जयराम चौहान की मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है.चालक प्रत्येक दिन टेंपो चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था.यह अपने परिवार का एक मात्र कमाने वाला व्यक्ति था.जिसके चले जाने से गांव के लोग भी काफी मायूस है. घटना से आहत पत्नी कविता देवी, 11 वर्षीय बेटी स्नेहा कुमारी, नौ वर्षीय पुत्र अर्जुन कुमार एवं छह वर्षीय पुत्र अजय कुमार का रोते-रोते बुरा हाल है. परिजनों को ढांढस देने के लिए गांव के आसपास की महिलाएं पहुंच कर इन्हें शांत करा रही है. फिर भी इनकी पत्नी दहाड़ मार कर रो रही है. बार-बार यही मुंह से निकल रहा है कि बेटों की परवरिश कौन करेगा.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button