डीएम ने सदर अस्पताल का किया औचक निरीक्षण
रोगियों से पूछा हाल चाल सिविल सर्जन को दिए कई आवश्यक निर्देश
नेशनल आवाज़
बक्सर :- जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल अचानक रात में 9:30 से 11:30 बजे तक सदर अस्पताल में पहुंचकर औचक निरीक्षण किया. उनके पहुंचते ही सभी स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कंप मच गया. जिले की कमान संभालने के बाद स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए यह स्वयं पहुंचकर इमरजेंसी वार्ड ,एक्स रे रूम, सीटी स्कैन रूम, महिला शल्य कक्ष, पेंइग वार्ड, कैदी वार्ड, बर्न वार्ड, प्रसव कक्ष, रिकवरी वार्ड, पोषण पुर्नवास केन्द्र का निरीक्षण किया और वहां उपस्थित मरीजों से हाल चाल पूछा.
निरीक्षण के क्रम में विभिन्न वार्डों में रह रहे मरीज से स्वास्थ्य विभाग में मिलने वाली सुविधा एवं डॉक्टर के द्वारा पर्ची पर लिखे गये दवा की उपलब्धता के संबंध में पूछने पर अधिकांश मरीजों के द्वारा बताया गया कि सभी सुविधाएँ एवं दवा अस्पताल से प्राप्त होती है. कुछ मरीजों के द्वारा अंकित दवा में से कुछ दवा बाहर से क्रय करने की बात बतायी गयी.सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि अस्पताल में उपलब्घ दवा को अंकित करें.यदि दवा उपलब्ध नहीं है तो इस स्थिति में दवा की पर्ची पर ही र्माकिंग कर देंगे. कैदी वार्ड के निरीक्षण के क्रम में सिविल सर्जन बक्सर को निर्देश दिया गया कि लोहे का बैरिकेटिंग कराना सुनिश्चित करेंगे. महिला कैदी वार्ड भी अस्पताल में उपलब्ध नहीं है.इस बिंदु पर सिविल सर्जन बक्सर को प्रस्ताव समर्पित करने को कहा गया.
निरीक्षण के क्रम में कुल 82 ऑक्सीजन कॉन्सलेटर उपलब्ध पाया गया तथा ऑक्सीजन प्लांट भी चालू हालत में पाया गया. सिविल सर्जन बक्सर को निदेश दिया गया कि कोविड को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक व्यवस्था सुदृढ़ रखेंगे.भू तल एवं प्रथम तल पर दवा तालिका का अवलोकन किया गया और पाया गया कि दोनों तालिका में कुछ भिन्नता है.सिविल सर्जन बक्सर को निदेश दिया गया कि इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करते हुए प्रतिवेदन समर्पित करेंगे. साथ ही दवा का भंडारण मानकों के अनुरूप सुव्यवस्थित कराना सुनिश्चित करेंगे.चिकित्सकों एवं कर्मियों का डयूटी चार्ट उपलब्ध नहीं पाया गया. जिससे स्पष्ट नहीं हो पा रहा था कि किन-किन चिकित्सकों एवं कर्मियों की डयूटी है. सिविल सर्जन बक्सर को निदेश दिया गया कि इस संबंध में कार्रवाई करते हुए अनुपालन प्रतिवेदन समर्पित करेंगे.