नेशनल आवाज :- भारत की राजनीति में देश को नई दिशा देने की पहल में पटना में हुई विपक्षी पार्टियों की पहली बैठक शुक्रवार को खत्म हो गयी है.मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग में ढाई घंटे चली बैठक में देश के कई राज्यों से पहुंचे 15 पार्टियों के नेता मौजूद रहे. मिशन 2024 को फतह करने के लिए इसकी आगामी बैठक 10 से 12 जुलाई के बीच शिमला में हो सकती है. जिस बैठक में विभिन्न दलों के बीच सीटों का बंटवारा एवं अन्य मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.
पार्टियों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि एक साथ चलने की बात हुई है. एक साथ चुनाव लड़ने की सहमति बन गई है. अगली मीटिंग सब पार्टियों की एक और की जाएगी. जिस मीटिंग में अंतिम रूप दिया जाएगा. कौन कहां से कैसे लड़ेगा.
ममता बनर्जी ने कहा नीतीश कुमार ने बहुत ही अच्छे तरीके से मीटिंग का आयोजन किया है. पटना से ही जन आंदोलन शुरू होता है. दिल्ली में कई बार मीटिंग हुई लेकिन उसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला था. आज की मीटिंग में तीन चीजें स्पष्ट हो गई. हम एक साथ लड़ेंगे, हम एक हैं, जो भी पॉलीटिकल एजेंडा बीजेपी लाए हम लोग एक साथ मिलकर उसका विरोध करेंगे. आज इतिहास का बड़ा दिन है.
इस बैठक में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, इनके भतीजे अभिषेक बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राघव चड्ढा, संजय सिंह, वामपंथी नेता डी राजा, दीपांकर भट्टाचार्य, सीताराम येचुरी, कांग्रेस के राहुल गांधी, मलिकार्जुन खड़गे, एनसीपी से शरद पवार, आरजेडी से तेजस्वी यादव एवं लालू यादव, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा अन्य नेता मौजूद रहे.