नेशनल आवाज़ /बक्सर :- जिले के रघुनाथपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर राजेश गुप्ता की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई है. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक दिन की तरह गुरुवार की रात अपनी ड्यूटी करने के बाद कार्यालय कक्ष में सोने के लिए चले गए. देर रात तक वह जगे हुए थे. स्वास्थ्य कर्मियों से उनकी बातचीत भी हुई थी.
शुक्रवार की अहले सुबह जब सफाई कर्मी उनके कार्यालय कक्ष में पहुंचे तो उन्हें मृत देखकर आश्चर्य में पड़ गए. इस बात की चर्चा होते ही अस्पताल कर्मियों के बीच हड़कंप मच गया. लोगों की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई. इसकी सूचना पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है. हालांकि अभी तक पुलिस को कोई अहम सुराग नहीं लगा है.सफाई कर्मियों ने बताया कि कार्यालय कक्ष की सफाई करने के लिए जब पहुंचे तो कई बार आवाज लगाई गयी. फिर भी वह नहीं बोले तब लोगों को कुछ संदेह हुआ. अन्य कर्मियों के बुलाए जाने पर जब उन्हें सीधा लिटाया गया तो उनके नाक और कान से खून बह रहा था. डॉक्टर द्वारा जांच के बाद इन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
कर्मियों ने बताया कि डॉ राजेश गुप्ता का अन्य चिकित्सकों से हमेशा विवाद होता रहता था. कई चिकित्सक ऐसे थे जो ड्यूटी समय पर नहीं करना चाहते थे.यह बात इन्हें अच्छा नहीं लगता था. यह रोस्टर के हिसाब से ड्यूटी देना चाहते थे. फिर भी लोग इनकी बात मानने को तैयार नहीं थे. ऐसे में अक्सर कुछ डॉक्टर से इनका विवाद होते रहता था. कुछ दिनों पूर्व ही एक चिकित्सक से विवाद हुआ था.इसके साथ ही सिविल सर्जन के तरफ से उन पर प्रपत्र क गठित करने की चेतावनी दी गई थी. ऐसे में वह अवसाद में रहते थे.यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ब्रेन हेमरेज से उनकी मौत हो गई है. जो भी हो फिलहाल उनके मौत के बाद यह लोगों के लिए पहेली बन गया है. पुलिस उनके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.