UGC NET परीक्षा देने वाले छात्रों को लगा झटका ,शिक्षा मंत्रालय ने रद्द की परीक्षा






नेशनल आवाज़ :- NEET (UG) एग्जाम में कथित स्कैम को लेकर देशभर में मचे हंगामे के बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के आदेश के बाद NTA ने मंगलवार को हुए यूजीसी-नेट (UGC-NET) एग्जाम को रद्द करने का ऐलान किया है.
एजुकेशन मिनिस्ट्री के तरफ से बुधवार को एक नोटिफिकेशन जारी कर इस फैसले की जानकारी दी गई. बीते मंगलवार को ही देशभर के लाखों कैंडिडेट्स ने अपने करीबी एग्जाम सेंटर जाकर यूजीसी-नेट की परीक्षा दी थी, जिसका अब रद्द हो जाना उनके लिए बड़ा झटका है.
मंत्रालय की ओर से कहा गया कि एग्जाम प्रक्रिया की हाई लेवल की पारदर्शिता और शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि यूजीसी-नेट जून 2024 परीक्षा रद्द कर दी जाए. नए सिरे से परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिसके लिए जानकारी अलग से साझा की जाएगी. साथ ही, मामले की गहन जांच के लिए मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपा जा रहा है.
गौरतलब है कि मंत्रालय का यह फैसला, मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) में कथित अनियमितताओं को लेकर उपजे बड़े विवाद के बीच आया है और यह मुद्दा अब उच्चतम न्यायालय में है. शिक्षा मंत्रालय ने अपने नोटिफिकेशन में आगे कहा कि NEET (UG) परीक्षा-2024 से संबंधित मामले में ग्रेस मार्क्स से संबंधित मुद्दे को पहले ही पूरी तरह से संज्ञान में लाया जा चुका है.
पटना में परीक्षा के संचालन में कथित कुछ अनियमितताओं के संबंध में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है. यह रिपोर्ट मिलने पर सरकार आगे की कार्रवाई करेगी. सरकार परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित करने और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. यह कई बार दोहराया गया है कि इस मामले में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन को सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.
क्यों होती है यूजीसी-नेट की परीक्षा?
यूजीसी-नेट परीक्षा का आयोजन 18 जून, मंगलवार को देश भर के 317 शहरों में 1205 परीक्षा केंद्रों पर किया गया था. परीक्षा में 11 लाख से अधिक कैंडिडेट्स शामिल हुए थे. हालांकि, एनटीए (National Testing Agency) ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को कुछ इनपुट मिले हैं जिससे संकेत मिलता है कि परीक्षा की अखंडता से समझौता किया गया है. शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फिर से यह परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिसके लिए अलग से जानकारी साझा की जाएगी. यूजीसी-नेट परीक्षा के माध्यम से भारतीयों को जूनियर रिसर्च फेलोशिप, सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति और भारतीय विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों में पीएचडी में प्रवेश के लिए पात्रता निर्धारित की जाती है.

