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अपनी मंजिल का रास्ता स्वयं बनाये
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क्रांति की धार विचारों के शान पर तेज होती है । भगत सिंह
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आजाद पासवान को न्याय दिलाने के लिए सुभासपा कार्यकर्ताओं ने शव के साथ किया विरोध प्रदर्शन शहर की ट्रैफिक व्यवस्था घण्टो तक रही बाधित

नेशनल आवाज़/बक्सर :- सुभासपा नेता आजाद पासवान के हत्यारों की गिरफ्तारी समेत अन्य मांगों को लेकर परसागंडा के ग्रामीणों व दलित नेताओं ने शव को शमशान घाट जाने के पूर्व ज्योति प्रकाश चौक पर रख सड़क जाम कर दिया. पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए एसपी मनीष कुमार को बुलाने की मांग पर अड़ गए थे. जाम के दौरान पुरे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था कई घण्टे तक बाधित रही. ज्योति चौक से शमशान घाट तक पार्थिव शरीर के साथ यात्रा निकाली गयी.

विदित हो की पिछले सात अगस्त को बासुदेवा ओपी क्षेत्र अंतर्गत अपने गॉव परसागंडा से आजाद पासवान कही काम से जा रहे थे. तभी गॉव से बाहर निकलते ही अपराधियों ने गोली मार दी जो उनके सीना, पैर व हाथ में लगी थी. जिनका इलाज के दौरान मंगलवार को पटना के रुबन अस्पताल में मौत हो गयी. हत्या मामले में आजाद पासवान की पत्नी कलावती देवी ने पुलिस को आवेदन देकर परसागंडा निवासी जंगली प्रधान, नीरज प्रधान, सुरेश प्रधान नविन प्रधान एवं पतरकोना निवासी सोनू तिवारी एवं लल्लू तिवारी के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी.एक सप्ताह  बीत जाने के बाद भी अबतक नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हुई थी.जिससे ग्रामीणों समेत दलित नेताओं में काफी आक्रोश था. जाम की सूचना पर अनुमंडल पदाधिकारी धीरेन्द्र मिश्रा, एसडीपीओ धीरज कुमार, नगर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा ने पहुंच काफी समझाने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन लोग एसपी को बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे.

सुभासपा नेताओ व ग्रामीणों ने कहा की हत्यारों की यथाशीघ्र गिरफ्तारी हो, आरोपियों का हथियार का लाइसेंस रद्द किया जाय, आजाद पासवान के परिजनों को नौकरी देने सहित छह मांगे रखी गयी.जिस पर एसडीओ धीरेन्द्र मिश्रा ने पुलिस कप्तान से वार्ता कर शाम को पांच प्रतिनिधियों को मिलने का समय दिलाया. साथ ही अन्य मांगों को भी अपने स्तर से जिला पदाधिकारी से अवगत कराने को कहा. जिसके बाद शव के साथ आजाद पासवान अमर रहे नारों के साथ गुंजायमान करते हुए श्मशान घाट पहुंचकर इनका अंतिम संस्कार किया. जिसमें जिले के विभिन्न जगहों से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे.

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