कद से नहीं मापी जाती काबिलियत शिक्षा ने विनीत को समाज में दिलाई पहचान
नेशनल आवाज़/बक्सर :- कद को मापने के लिए भले ही लोग इंच टेप.. का इस्तेमाल करते हैं. काबिलियत को मापने का पैमाना शिक्षा होता है. सुंदरता के पैमाने पर भले ही कुछ लोग अपने कद के मामले में जाने जाते हो, लेकिन आपकी काबिलियत समझदारी एवं बौद्धिकता का इससे काफी दूर तक कोई नाता नहीं है. दूसरे शब्दों में कहे तो छोटे होने का मतलब यह नहीं कि आप किसी काम को नहीं कर सकते हैं. ऐसे ही अपने एक काबिलियत को सच साबित कर दिखाया है. प्रखंड के कैथहर कला गांव निवासी विनीत जोशी ने जिनका कद महज 3 फुट 7 इंच है. इनके कद देखकर भले ही कोई मजाकिया अंदाज में कुछ कह सकता है. लेकिन इनके काबिलियत और समझदारी समाज के लोगों के लिए एक मिसाल है.
मुसाफिर राम जोशी के पुत्र विनीत जोशी की उम्र महज अभी 27 वर्ष है.यह अपने जन्म के बाद समाज के लोगों के बीच उपहास के पात्र थे.उनके पिता एवं घर के लोगों ने इन्हें वही प्यार दुलार दिया जो अपने अन्य बच्चों को दिया. जिनके सानिध्य में इन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई पूरी कर उत्तर प्रदेश के बलिया जिला अंतर्गत भरौली में स्वामी सहजानंद इंटर कॉलेज से इंटर तक की पढ़ाई पूरी कर वर्तमान में यह उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान गुरुकुल कांगड़ी में बीटेक की पढ़ाई कर रहे हैं. इन्होंने बताया कि पढ़ाई पूरी कर इसरो एवं गूगल जैसे माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में जाकर देश के लिए कुछ काम करेंगे.बीटेक द्वितीय वर्ष के होनहार छात्र विनीत ने बताया कि कॉलेज जाने के लिए अभी भी अपने दोस्त या फिर किसी परिजनों का साथ लेना पड़ता है.पैदल चलने पर भींड़ लग जाती है.
यह सारी झंझावतों को झेल कर पढ़ाई कर रहे हैं. इनकी पढ़ाई ने उनके कद को काफी पीछे छोड़ दिया है.आज अन्य छात्र भी इनकी पढ़ाई को देख इनका सहयोग करते हैं. अपनी पढ़ाई को जारी रखने के लिए प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर बीडीओ सिद्धार्थ कुमार से बैटरी चालित गाड़ी की मांग की है. जिस पर इन्होंने सहमति जाहिर करते हुए कहा कि ऐसे लोगों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार के तरफ से सामाजिक सुरक्षा विभाग के तरफ से बैटरी चालित गाड़ी दी जाएगी.