आखिरी छठ गीत दुखवा मिटाई छठी मइया… के साथ सदा के लिए प्रकृति की गोद में समाहित हुई शारदा सिन्हा
नेशनल आवाज़/ पटना :- बिहार की मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर छठ पर्व के दिन पंचतत्व में विलीन हो गया. इससे पूर्व उनके पैतृक आवास राजेंद्र नगर से गुलाबी घाट पटना तक शव यात्रा निकाली गई. जिसमें दिल्ली के एम्स अस्पताल से रिलीज हुई उनकी आखिरी छठ गीत दुखवा मिटाई छठी मइया… बजता रहा. छठ के इस पारंपरिक धुन पर सभी की आंखें नम रही.
बिहार कोकिला का श्मशान घाट पर पहुंचते ही राज्य सरकार के तरफ से इन्हें राजकीय सम्मान दिया गया. बेटे अंशुमान ने मुखाग्नि दी. शमशान घाट पर जुटे सैकड़ो की संख्या में लोगों ने छठी मैया के जयकारे के साथ शारदा सिन्हा अमर रहे का नारा लगाते रहे.जिस छठ गीत से इनको पहचान मिली, जिनके गीतों से छठ का पर्व अधूरा माना जाता है.उस छठी माई की महिमा गाने वाली शारदा सिन्हा का छठ पर्व के एक दिन पहले दिल्ली एम्स में निधन हुआ था. जिनका पार्थिव शरीर छठ के दिन ही पंच तत्व में विलीन हो गया. उनके शव यात्रा में बीजेपी के पूर्व सांसद रामकृपाल यादव, विधायक संजीव चौरसिया के अलावा बहुत सारे प्रशंसक भी इसमें शामिल हुए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी राजेंद्र नगर स्थित आवास पर पहुंचकर इन्हें श्रद्धांजलि दी.