शराब लूट कांड के पांच अपराधी गिरफ्तार ,देशी कट्टा एवं कारतूस के साथ 431 लीटर शराब बरामद






नेशनल आवाज़/बक्सर : शराब तस्करी करने वालों को लूटने वाले एक गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.जिनके पास से लूटी गई शराब, एक ट्रक, एक लग्जरी कार, हथियार और कारतूस बरामद किया हैं. एसपी शुभम आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार की रात मुफस्सिल थानाध्यक्ष को गुप्त सूचना मिली कि कुछ अपराधी एक लग्जरी कार और एक ट्रक में भारी मात्रा में शराब लेकर उत्तर प्रदेश से बक्सर की ओर आ रहे हैं. सूचना के आधार पर पुलिस की एक विशेष टीम बनाई गयी.चौसा के पास वाहन जांच के दौरान एक ट्रक और एक लग्जरी कार को रोककर तलाशी ली गयी. इस दौरान कार में बैठे पांच संदिग्ध पकड़े गए. जब कार की डिक्की खोली गयी तो उसमें 40 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद हुई. कार के डैशबोर्ड और ड्राइविंग सीट के कवर के नीचे से दो देसी कट्टे और दो कारतूस मिले.ट्रक में भी कुछ शराब छिपाकर रखी गई थी, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया. कुल 431 लीटर शराब बरामद किया गया.
पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों में राजपुर थाना क्षेत्र के जलहरा गांव निवासी गौतम कुमार राय उर्फ अमन राय पिता उमेश राय प्रमुख रूप से शामिल है. वह अगस्त 2023 में कृतपुरा गांव में गोलीबारी की घटना में संलिप्त था. जिसमें हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया गया था. यह अपराधी बिहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी कई मामलों में वांछित रहा है. गिरफ्तार अभियुक्तों में धनसोई थाना क्षेत्र के चचरिया गांव निवासी उमेश कुमार पांडेय का पुत्र दीपक कुमार पांडेय, राजपुर थाना क्षेत्र के तिलकपुर गांव निवासी रमेश चौहान का पुत्र रामप्रवेश चौहान, इटाढ़ी थाना क्षेत्र के धर्मपुरा गांव निवासी सुनील कुमार ओझा का पुत्र राघव कुमार ओझा और इसी थाना क्षेत्र के देवकुली गांव निवासी श्रीधर ओझा का पुत्र सतीश कुमार ओझा शामिल हैं. पुलिस इन सभी के आपराधिक रिकॉर्ड की गहन जांच कर रही है.
पुलिसकर्मी बताकर लूटते थे शराब
इस गिरोह के अपराधी उत्तर प्रदेश से बिहार में शराब की तस्करी करने वाले तस्करों को निशाना बनाते थे. वे स्वयं को पुलिसकर्मी बताकर तस्करों को रोककर उनकी शराब लूट लेते थे. इसके बाद वे इस शराब को खुद बाजार में खपा देते थे. रविवार की रात भी इसी तरह उत्तर प्रदेश से बिहार आ रहे एक ट्रक को लूट लिया था जिसमें से शराब का 90% हिस्सा बेच चुके थे. इसी बीच पुलिस को गुप्त सूचना मिली,जिसमें सभी पकड़े गए. इस अभियान को सफल बनाने में एसडीपीओ धीरज कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक युसूफ अंसारी,डीआईयू के विकास कुमार, मुफस्सिल थाना अध्यक्ष अरविंद कुमार, राजपुर थाना अध्यक्ष संतोष कुमार एवं मुफस्सिल राजपुर के सभी पुलिस बल शामिल थे.

