कोयला टेंडर में अनियमितता एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ होगी लड़ाई, सांसद ने सीबीआई के डायरेक्टर को लिखा पत्र





नेशनल आवाज़/बक्सर :- सांसद सुधाकर सिंह ने सीबीआई के डायरेक्टर को पत्र लिखा हैं.जिसमे उन्होंने कहा हैं कि मैंने दिनांक 18 मार्च 2025 और 3 अप्रैल 2025 को माननीय विद्युत मंत्री, भारत सरकार मनोहर लाल खट्टर जी को पत्र सौंपकर SJVN लिमिटेड, थर्मल पावर प्लांट, बक्सर द्वारा दिनांक 10 फरवरी 2025 को जारी टेंडर संख्या GEM/2025/B/5932194 में भारी अनियमितताओं, गुटबाज़ी और संभावित गबन की गंभीर शिकायत दर्ज करवाई थी. मेरी शिकायतों के आधार पर सीबीआई द्वारा उक्त टेंडर की गहन जांच प्रारंभ की गयी.इसका प्रत्यक्ष परिणाम यह हुआ कि उक्त टेंडर रद्द कर दिया गया और पुनः 29 मई 2025 को GEM/2025/B/6289474 के रूप में नया टेंडर जारी किया गया.यह भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई की एक बड़ी नैतिक जीत थी.परंतु इस लड़ाई की एक भयानक कीमत हमें चुकानी पड़ी
दिनांक 26 मई 2025 को हमारे पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता और L&T से जुड़े एक स्थानीय ठेकेदार अर्जुन यादव की हत्या SJVN पावर प्लांट के मुख्य द्वार पर कर दी गई.बक्सर के पुलिस अधीक्षक ने 21 जून 2025 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि हत्या के आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं और उनकी स्वीकारोक्ति के अनुसार यह हत्या उसी कोयला टेंडर विवाद से जुड़ी थी. आरोपियों के अनुसार अर्जुन यादव टेंडर रद्द करवाने के लिए राजनीतिक दबाव बना रहे थे.
लेकिन यहाँ एक अत्यंत गंभीर सवाल खड़ा होता है की गिरफ्तार किए गए शूटर और उनके कथित सूत्रधार जिनका कोई पूर्व व्यापारिक या ठेकेदारी से जुड़ा अनुभव नहीं है.वे इतने बड़े टेंडर घोटाले में क्यों और कैसे शामिल हुए? उनकी सीधी संलिप्तता प्रश्नों के घेरे में है और एक सोची-समझी साज़िश की बू देती है.इससे यह संदेह और भी प्रबल होता है कि SJVN बक्सर प्लांट में अभी भी वही कोलकाता आधारित गुट सक्रिय है. जिसकी शिकायत मैंने पहले की थी. यह गुट ही इस हत्या की साजिश के पीछे हो सकता है, ताकि टेंडर घोटाले के खिलाफ आवाज़ उठाने वालों को डराया जा सके और सच को दबाया जा सके.मैं भारत सरकार, बिहार सरकार, CBI और अन्य जांच एजेंसियों से यह मांग करता हूँ कि
1. अर्जुन यादव हत्याकांड की निष्पक्ष, स्वतंत्र और उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए.
2. SJVN बक्सर थर्मल प्लांट में कार्यरत अधिकारी और कोलकाता स्थित कथित गुट की भूमिका की विशेष जांच हो.
3. भ्रष्टाचारियों और साजिशकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित हो.यह केवल एक हत्या नहीं है, यह सत्य के लिए लड़ने वाले एक युवा की शहादत है. यह हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था और पारदर्शिता की परीक्षा भी है. मैं अर्जुन यादव की शहादत को बेकार नहीं जाने दूँगा.