राजपुर विधानसभा क्षेत्र में बढ़ी चुनावी हलचल , फेसबुक पर शुरू हुआ पोस्टरवार



नेशनल आवाज़/बक्सर :- राजपुर क्षेत्र में बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर यहां चुनावी हलचल अब शुरू हो गई है. सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र होने से इस सीट पर एससी एसटी वर्ग के नेताओं की होड़ लगी हुई है. पहले से ही राजनीति में कदम रखने वाले नेता जो कभी दूसरे दल का झंडा थामे थे. अब वह चुनाव नजदीक आते ही किसी अच्छे दल से टिकट लेने की दौड़ में लगे हुए हैं. सोशल मीडिया फ़ेसबुक, व्हाट्सप, इंस्टाग्राम के सहारे सभी नेता पोस्टरवार शुरू कर दिए हैं. बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है, तो कुछ लोग अपनी उपलब्धियों को गिनाने में लगे हुए हैं.
अभी महज कुछ ही दिन पहले एनडीए के तरफ से हुए कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुले मंच से अपनी योजनाओं को गिनाते हुए पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला पर भरोसा जताते हुए उनके नाम की घोषणा कर दी.ऐसे में माना जा रहा है कि एनडीए गठबंधन के तरफ से यह इस बार चुनाव में दम खम के साथ उतरेंगे.अब यह गांव-गांव में घूम कर अपना चुनाव प्रचार भी तेज कर दिए हैं. वहीं अन्य दलों की बात करें तो बहुजन समाज पार्टी के तरफ से भी एक सभा हो चुकी है.वहीं एनडीए गठबंधन के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भी अपने मजबूत दावेदारी पेश करते हुए इस सीट पर दावा कर रही है.
हालांकि इस पार्टी से अभी तक किसी उम्मीदवार की चर्चा नहीं है. लेकिन बहुजन समाज पार्टी से कई लोग टिकट लेने की दौड़ में है.महागठबंधन सीट से कांग्रेस के विधायक रहे विश्वनाथ राम भी अपना जोर आजमाइश शुरू कर दिए हैं. पहले से राजद में ग्रामीण विकास मंत्री के भाई हिरामन राम भी इस बार चुनावी मैदान में आने के मूड में है.सभी दलों को दरकिनार करते हुए इस बार प्रशांत किशोर ने भी शिक्षा एवं रोजगार के मुद्दे को लेकर चुनावी बिगुल फूंक दिया है.
इनकी भी एक विशाल जन सभा हो चुकी है.इनके दल से भी कई लोग चर्चा में है.भीम राम चर्चा में है.लेकिन अभी तक जन सुराज ने किसी उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है.
विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र के विभिन्न ग्रामीण बाजारों एवं चौक चौराहों पर इसकी चर्चा शुरू हो गई है. पहले से ही पिछड़ा क्षेत्र में आने वाले राजपुर में अभी तक कोई बड़ा उद्योग धंधा नहीं है. लोगों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में कुछ घरेलू उद्योग धंधा का विकास किया जाएगा.पिछले विधानसभा पर नजर डाला जाए तो संतोष कुमार निराला ने अपनी कुर्सी गंवाने के बाद क्षेत्र में अपनी राजनीतिक पकड़ को मजबूत बनाने के लिए अपने समर्थकों के साथ लगातार भ्रमण कर रणनीति बना रहे हैं.गांव-गांव में होने वाले किसी भी पार्टी या उत्सव में भाग ले रहे हैं.