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अपनी मंजिल का रास्ता स्वयं बनाये
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क्रांति की धार विचारों के शान पर तेज होती है । भगत सिंह
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खीरी के मजदूर की छतीसगढ़ में सड़क दुर्घटना में हुई मौत, दो दिन बाद घर पहुंचा शव

नेशनल आवाज़/बक्सर :- राजपुर प्रखंड के खीरी गांव के 30 वर्षीय मजदूर राजेश पाल की सड़क दुर्घटना में छत्तीसगढ़ में दर्दनाक मौत हो गई है.घटना के दो दिन बाद शुक्रवार को इसका शव घर पहुंचते ही कोहराम मच गया.परिवार की रोजी-रोटी और आर्थिक हालात को सुधारने के लिए खीरी गांव निवासी रामनाथ पाल का पुत्र राजेश पाल विगत कई वर्षों से वह छत्तीसगढ़ के कोरवा जिला के बोंगा थाना क्षेत्र अंतर्गत बेलासपुर में काम कर रहा था.

अभी महज कुछ ही महीने पहले गांव आया था.घर वालों से मिलकर काम पर वापस लौटा था.जहां वह टोल प्लाजा पर हाइड्रा चलाने का काम करता था.मृतक के भाई राकेश पाल एवं इसके दोस्त सुनील पाल ने बताया कि यह टोल प्लाजा पर रहकर हाईवे पर दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी एवं अन्य खराब पड़ी गाड़ियों को हटाने के लिए हाइड्रा चलाता था. बुधवार के दिन भी शाम को लगभग चार 4:30 बजे यह अपने कार्य स्थल से दूसरे जगह पर हाइड्रा लेकर जा रहा था. तभी अचानक पीछे से एक डंपर गाड़ी ने इसमें जोरदार टक्कर मार दिया.

जिससे घटनास्थल पर ही राजेश पाल की दर्दनाक मौत हो गई.घटना की कुछ ही देर बाद कार्यरत कर्मियों ने इसकी सूचना परिजनों को दी. सूचना मिलते ही घर पर कोहराम मच गया. रोते-रोते परिवार के सभी सदस्यों का बुरा हाल हो गया है.मृतक की पत्नी सरिता देवी सात वर्षीय पुत्री अंशिका,पांच वर्षीय पुत्री अमृता एवं डेढ़ वर्षीय राजकुमार भी अपने पिता की मौत से आहत है.डेढ़ वर्षीय मासूम बच्चा हर लोगों की रोने की आवाज सुनकर वह मासूम चेहरा लिए सब की ओर एक टक देख रहा है.घटना से मर्माहत लोगों ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि दु:ख की इस घड़ी में सरकार के तरफ से उचित मुआवजा मिलना चाहिए.

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़ 

इस हृदय विदारक घटना के बाद परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा है. यह अपने परिवार का बहुत ही होनहार एवं कमाने वाला व्यक्ति था,जो परिवार के रोजी-रोटी चलाने के साथ बच्चों की परवरिश भी कर रहा था.जिसके अचानक चले जाने से परिवार काफी गहरे सदमे में है.घटना की सूचना के बाद पहुंचे स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि वीरेंद्र गुप्ता एवं अन्य समाजसेवियों ने इस दुख की घड़ी में ढांढ़स देने का काम किया है

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