धारा प्रवाहित तार की चपेट में आने से वेल्डर मिस्त्री की हुई मौत,बचाने में एक व्यक्ति हुआ जख्मी




नेशनल आवाज़/बक्सर :- राजपुर थाना क्षेत्र के ईसापुर बाजार में रविवार की सुबह वेल्डिंग दुकान के शटर खुलते ही करेंट आने से वेल्डिंग मिस्त्री रामप्रवेश शर्मा की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गयी.इनको बचाने गए पड़ोस के दुकानदार मंजूर सिद्दीकी गंभीर रूप से घायल हो गए.घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मंगराव गांव निवासी 55 वर्षीय रामप्रवेश शर्मा ईसापुर बाजार में पिछले कई वर्षों से वेल्डिंग का दुकान चलाते है.प्रतिदिन की तरह सुबह 7:00 बजे अपनी वेल्डिंग की दुकान खोलकर जैसे ही प्रवेश किया.

तभी दुकान में अचानक कहीं से टूटा हुआ तार इनके बदन पर गिर गया.जिसकी चपेट में आकर यह बेसुध होकर यहीं गिर पड़े.तभी कुछ ही देर बाद बाजार से सामान लेकर लौट रहे मंजूर सिद्दीकी ने इन्हें अचेत अवस्था में देखकर इन्हें जगाने का प्रयास किया.तभी तेज गति से दौड़ रहा करेंट इनके शरीर में भी आ गया.इन्होंने बचाने के लिए दो बार आवाज लगायी. वहां आस-पास कोई नहीं था.तब तक यह भी बेहोश होकर गिर पड़े.संयोग ही कहा जायेगा कि तभी एक युवक इस रास्ते से गुजरते हुए इन दोनों को अचेत अवस्था में देखकर चिल्लाने लगा.
आवाज सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने किसी तरह दुकान में जोड़े गए तार को हटाकर इन दोनों को बाहर किया.जिसे निजी डॉक्टर से दिखाया गया.जिसमें रामप्रवेश शर्मा को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.मंजूर को प्राथमिक व घरेलू उपचार शुरू किया गया.कुछ देर बाद मंजूर को होश आया.जिन्होंने घटना की आपबीती सुनाते हुए कहा कि संयोग ही रहा कि किसी ने हमें देख लिया अन्यथा इनके साथ भी अनहोनी हो सकती थी.
घटना की सूचना पर पहुंचे स्थानीय चौकीदार ने इसकी सूचना पुलिस की दी.घटना के काफी देर बाद तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची. जिससे आक्रोशित लोगों ने शव को रोड पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया.चौसा-मोहनिया पथ को जाम कर दिया.जिससे रोड के दोनो तरफ गाड़ियों की कतार लग गयी.लगभग एक घन्टा बाद राजस्व कर्मी व पुलिस पदाधिकारी के समझाने के बाद मामले को शांत कर जाम हटाया गया.पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए बक्सर भेंज दिया है.
घटना से आहत परिजनों में कोहराम मच गया.इनके छोटे भाई चुनमुन शर्मा ने बताया कि इनका एक लड़का अखिलेश शर्मा है.इनकी पत्नी का भी रोते-रोते काफी बुरा हाल है.इस मौके पर पूर्व मुखिया मकरध्वज सिंह विद्रोही,जिला परिषद पूजा कुमारी के अलावा कई अन्य लोगों ने पीड़ित परिवार को ढांढस दिया.