अभिमन्यु कुशवाहा ने सरकार की योजनाओं पर उठाए सवाल, कहा – राशन और पैसा देकर लोगों के मुंह बंद कर रही सरकार



नेशनल आवाज़/बक्सर : बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार अभिमन्यु सिंह कुशवाहा ने बक्सर विधानसभा के कई गांवों में जनसंपर्क किया.जनसंपर्क के दौरान ज्योति चौक, कमलदह, गजाधर गंज, मुसाफिर गंज , गोलंबर ,मठिया मोड़, शांति नगर और पिपराढ़ गांवों में जनसंपर्क कर लोगों का अभिनंदन स्वीकार किया.साथ ही उनसे बहुजन समाज पार्टी के हाथों को मजबूत करने की अपील की. कार्यकर्ताओं ने लोगों को बहुजन समाज पार्टी के विजन से अवगत कराया.
जनसंपर्क के दौरान शांति नगर पहुंचे और देश और प्रदेश की सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा की नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की सरकार दावा करती है की हमने सभी को पक्का मकान दे दिया है.मगर आज भी हमारी माताएं बहनें ऐसे घर में रह रही है जहां शायद नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार अपना कदम भी न रखें. आज भी गर्मी, बरसात और जाड़ा के दिनों में वो बेबस और लाचार होकर यातना भरी जिंदगी जीने को मजबूर है.
यह इस व्यवस्था को बताता है की 10 साल मोदी की कितनी गारंटियों से भर रही है और आगे कितनी गारंटी से भरी रहेगी. आजादी के 78 साल बाद भी बाबा साहब का सपना साकार नही हुआ और इसके बाद भी नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार कहते हैं की हमनें गरीबों और दलितों का उत्थान कर दिया तो उन लोगों को चुल्लू भर पानी में डूब मरने की जरूरत है.फ्री में राशन और रोजगार के नाम पर महिलाओं को पैसा देने वाली नीतीश सरकार की योजना केवल यह सुनिश्चित करती हैं कि ‘कहीं कोई विस्फोट न हो, कोई बड़ा शोर-शराबा न हो.
लोगों को थोड़ा राशन देकर उनका मुंह बंद कराया जा रहा है.रोजगार के अवसर नही है.रोजगार की संभावना से निराश हो चुकी आबादी का बड़ा हिस्सा कुछ हद तक हीं शिक्षित है. बक्सर की बड़ी आबादी युवाओं की है, अगर उन्हे नौकरी मिलेगी, तो बक्सर का विकास होगा.मगर बस यह एक छलावा है, युवाओं को नौकरी नही मिल रही और वो दर दर की ठोकड़ खा रहे हैं.वहीं किसानों की कृषि सहायता कम रही है और पिछले कुछ वर्षों में इसमें गिरावट आई है , जिसका अर्थ है कि सरकार की नीतियां किसानों के लिए बहुत अनुकूल नहीं हैं.
अभिमन्यु सिंह कुशवाहा ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि मजबूती के साथ बहन मायावती के पक्ष में वोट डालना है.इस बार बक्सर बहुजनों का होगा. हमने प्रण किया है की संविधान की सुरक्षा और बहुजानों के हक और अधिकार के लिए अपनी जान की बाजी भी लगानी पड़े तो उससे भी पीछे नहीं हटेंगे.