परीक्षा बहाली पर माफिया तंत्र के कब्जे के खिलाफ आइसा व आरवाइए ने निकाला बदलो बिहार छात्र युवा संघर्ष यात्रा






नेशनल आवाज़/बक्सर :- छात्र–युवा नेता आइसा जिलाध्यक्ष अनुप शर्मा ने कहा कि नई शिक्षा नीति हो या रोजगार विहीन विकास का कॉरपोरेट–परस्त आर्थिक मॉडल, शिक्षा–रोजगार पर सरकारी नीतियों के हमले से तो हम जूझ ही रहे हैं. साथ ही BPSC मामले ने फिर साबित कर दिया है कि सरकार के संरक्षण में बिहार में शिक्षा–परीक्षा–बहालियों पर माफिया तंत्र का कब्जा है. देश में 80 से ज्यादा बड़ी प्रतिस्पर्धा परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक हुए हैं. बिहार इसका एक बड़ा केंद्र बन हुआ है. विरोध की आवाजों को कुचल देने पर सरकार आमादा है. अनेक छात्र–शिक्षक जेल में हैं.
दर्जनों पर मुकदमे दर्ज हैं. अनेक छात्रों को BPSC परीक्षा से वर्षों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है. आत्महत्याएं जारी हैं. पर माफियाओं को खुली छूट है. ऐसे में माफितंत्र की संरक्षक निरंकुश सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ निर्णायक संघर्ष ही एकमात्र रास्ता है. छात्र नौजवान के नेता राजदेव सिंह ने कहा कि छात्रो का मांग जायज इसे अविलंब पुरा किया जाए .इसके साथ ही 12 सूत्री मांगें उठाई गयी है.जिसमें
BPSC–PT रद्द कर पुनर्परीक्षा घोषित हो,परीक्षा पेपर–लीक व बहाली अनियमिताओं की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच, शिक्षा–परीक्षा माफिया तंत्र, पेपरलीक पर सख़्त कानून बनाया जाए,जेल में बंद छात्रों–शिक्षकों को अविलंब बेशर्त रिहा किया जाए, मुकदमे वापस करने,विश्वविद्यालयों में व्याप्त आर्थिक–प्रशासनिक अनियमितताओं पर रोक लगाने,पंचायत स्तर पर हाई स्कूल और प्रखंड स्तर पर डिग्री कॉलेजों की स्थापना करने.
छात्र–शिक्षक अनुपात के तय मानकों के अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति करने,सरकारी विभागों में आउटसोर्स व्यवस्था बंद हो, सभी रिक्त पदों पर स्थाई बहाली का प्रबंध करने,नौकरियों में बिहार के लिए 70 प्रतिशत की डोमिसाइल नीति लागू करने,18 से 35 वर्ष तक के सभी बेरोजगारों को 5 हजार बेरोजगारी भत्ता देने,छात्र–संघों के चुनाव अविलंब घोषित करने,बिहार में युवा आयोग का गठन करने का आवाज बुलंद किया.
बदलो बिहार यात्रा इटौंहा गांव से शुरू हुआ जो बसांव, सिकरौल, सरैया, डुमरांव, कृष्णाब्रहम जाएगी. जिसमें AISA के राज्य कमिटी सदस्य पवन भारती ,सावन कुमार,बाबूलाल , राजकुमार , विनय कुमार,नितीश कुमार शिवजी तथा अन्य साथी शामिल रहे.

