लालगंज में मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जा का प्रयास,ग्रामीणों ने न्याय की उठायी मांग



नेशनल आवाज़/बक्सर :- सदर प्रखंड अंतर्गत लालगंज गांव में शिव मंदिर की जमीन पर गांव के ही मुन्ना यादव द्वारा अवैध कब्जा करने का मामला प्रकाश में आया है.विदित हो कि सुदामा पहलवान द्वारा पत्रकार आलोक कुमार के जमीन पर जबरन कब्जा करने का मामला अभी शांत नहीं हुआ है तब तक मंदिर की जमीन पर जबरन कब्जा करने का नया विवाद सामने आया है.

सुदामा पहलवान के परिवार से जुड़े मुन्ना यादव पिता हरिहर यादव पर आरोप है कि वह शंकर भगवान शिव मंदिर की जमीन पर जबरन कब्जा जमाने की कोशिश कर रहे हैं.इस घटना से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है.मंदिर के पुजारी ने प्रशासन से न्याय की मांग की है.
मंदिर के पुजारी विजय कुमार पिता स्व. शंकर दयाल सिंह ने बताया कि उन्होंने मुफसिल थाना, बक्सर अंचल, अनुमंडल पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक समेत बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड तक लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. पीड़ित पक्ष का कहना है कि विवादित जमीन खाता संख्या 143, खेसरा 421 एवं खाता संख्या 114, खेसरा 378 में दर्ज है, जिसकी कुल रकबा लगभग 172 डिसमिल है.यह जमीन भगवान शंकर के नाम पर दर्ज है.
ग्रामीणों का कहना है कि इस जमीन पर वे वर्षों से खेती-बारी करते आ रहे हैं. बीते दो-तीन वर्षों से मुन्ना यादव बार-बार जबरन खेत जोतने की कोशिश कर विवाद खड़ा कर रहे हैं. हालात कई बार मारपीट की स्थिति तक पहुंच गया है. विजय सिंह ने बताया कि इस जमीन और मंदिर की देखरेख की जिम्मेदारी उन्हें बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद ने दी है. परिषद ने उन्हें 27 मई 2003 को अस्थायी न्यासकारी अधिनियम की धारा 33 के तहत नियुक्त किया था.
इससे पहले लालगंज निवासी स्व. शंकर दयाल कुशवाहा, जो स्व. रामनारायण कुशवाहा के पुत्र थे, वर्ष 1977 से ट्रस्टी के पद पर कार्यरत रहे. उनके निधन के बाद विजय सिंह को यह जिम्मेदारी सौंपी गयी.इतिहास बताते हुए विजय सिंह ने कहा कि मंदिर की जमीन किसी साधारण विवाद का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह भूमि उनके परिवार की दादी ने सन् 1955 में शंकर भगवान मंदिर के नाम पर दान की थी. तब से लेकर अब तक इस पर मंदिर और न्यास परिषद का अधिकार रहा है.ग्रामीणों ने कहा कि अगर प्रशासन इस मामले में ठोस कदम नहीं उठाता है तो स्थिति और भी बिगड़ सकती है. फिलहाल सभी की नजर प्रशासन और धार्मिक न्यास बोर्ड की कार्रवाई पर टिकी है, ताकि पवित्र स्थल की जमीन को बचाया जा सके और गांव में शांति बनी रहे.इस सम्बन्ध में धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष रणवीर नंदन ने बताया कि इसकी जानकारी ले रहे है.अगर कोई जबरन कब्ज़ा करने का प्रयास कर रहा है तो इसको प्रशासनिक स्तर से रोकवाया जायेगा. उक्त व्यक्ति के खिलाफ न्यायसंगत कार्रवाई की जाएगी.