रोमांचक मुकाबले में तीन एक से विजेता बनी बक्सर की टीम





नेशनल आवाज़/बक्सर :- राजपुर प्रखंड के राजपुर गांव के महादलित बस्ती में बने खेल मैदान में अंबेडकर स्पोर्ट्स क्लब के तत्वावधान में फुटबॉल टूर्नामेंट का फाइनल मैच बक्सर बनाम उत्तर प्रदेश के रेवतीपुर के बीच खेला गया. जिसका उद्घाटन पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला एवं पूर्व सीओ राकेश कुमार ने किया.खिलाड़ियों के उत्साह वर्धन के साथ रेफरी अंकित कुमार सिंह के नेतृत्व में खेल को शुरू किया गया. 90 मिनट के निर्धारित खेल के आरंभ होते ही पहले हाफ टाइम तक दोनों टीम बराबरी पर रहा.

दोनों टीम के खिलाड़ियों ने अपने-अपने दांव पेच को लगाकर अपने पक्ष में जीत सुनिश्चित करने के लिए खूब जोर लगाया.दूसरे हाफ समय में खेल के शुरुआत होते ही बक्सर के टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक गोल किया.इसके कुछ ही समय बाद बक्सर की टीम ने एक गोल किया. रेवतीपुर की टीम ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए खेल का बेहतर प्रदर्शन किया. इन्हें पेनल्टी शूट का मौका मिला. जिन्होंने इसके सहारे एक गोल दाग कर अपना खाता खोला.

दूसरे हाफ के अंतिम दौर में पुनः बक्सर की टीम ने दो गोल कर तीन एक से बढ़त बना लिया,जो अंतिम दौर तक यह बरकरार रहा. इस प्रकार बक्सर की टीम को विजेता घोषित किया गया. उपविजेता टीम को सीओ राकेश कुमार ने ट्राफी देकर सम्मानित करते हुए कहा कि खेल में हार जीत होता ही रहता है.हार से ही व्यक्ति जीत की ओर आगे बढ़ता है. यह हमें एक नया सीख देता है. जिससे सीख लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है.अगर खिलाड़ी और मेहनत करें तो निश्चित तौर पर अन्य जगहों पर और भी बेहतर प्रदर्शन होगा.

वही विजेता टीम को पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला ने ट्राफी देते हुए खिलाड़ियों को संबोधित कर कहा कि ग्रामीण स्तर पर फुटबॉल का खेल काफी रोमांचकारी रहा है. जिसमें सभी लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी की.इस मैच के दौरान खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया. जिसमें यहां के ग्रामीण एवं अन्य लोगों का काफी सहयोग रहा है. निश्चित तौर पर सरकार ने खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए जो सपना देखा है. वह आने वाले दिनों में पूरा होगा. इस खेल में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मैन ऑफ दी मैच एवं मैन ऑफ दी सीरीज का भी पुरस्कार दिया गया. इस टूर्नामेंट को सफल बनाने में आयोजक समिति के प्रमोद कुमार, उद्घोषक राजकुमार, प्रयाज्ञ पांडेय के अलावा अन्य लोगों का काफी सराहनीय योगदान रहा.