डीएम ने पंचायत वन महोत्सव का किया आरंभ, पर्यावरण बचाने का दिया संदेश
नेशनल आवाज़/बक्सर :- जिले के राजपुर प्रखंड के हेठुआ पंचायत के ऐतिहासिक पोखरा परिसर में पौधा रोपण कर पंचायत वन महोत्सव का आरंभ किया गया.जिसकी अध्यक्षता मुखिया ललन रजक एवं संचालन बीडीओ सिद्धार्थ कुमार ने किया.आगामी 30 सितंबर तक चलने वाले इस अभियान का उद्घाटन डीएम अंशुल अग्रवाल, डीडीसी डॉक्टर महेंद्र पाल,जिला पंचायत राज पदाधिकारी विद्यानाथ पासवान ने संयुक्त रूप से नीम, पीपल बरगद का पौधा रोपण कर इसकी शुरुआत की.डीएम अंशुल अग्रवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए पौधारोपण जरूरी है. इस बार बदलते मौसम एवं जलवायु परिवर्तन से बक्सर जिले का तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था.
जिसका असर खेती पर भी पड़ा.वर्षा कम होने से सब्जी एवं फसलों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव दिखाई दे रहा हैं. जिसे जिले के तमाम लोगों ने इसे महसूस किया.ग्रामीण इलाके में रहने वाले ग्रामीणों ने भी महसूस किया कि इस बार काफी गर्म रहा.राज्य के आंकड़े के अनुसार जिले में बढ़ते तापमान से सरकार भी चिंता में है.जिसको देखते हुए सरकार के तरफ से अधिक से अधिक पौधारोपण कर इसे सामान्य बनाने का प्रयास किया जाएगा. जिसमें आप सभी की सहभागिता जरूरी है. ग्रामीण इलाके में आप सभी के सामंजस्य से ही इस अभियान को गति दिया जा सकता है. जिसमें जीविका दीदी की भी महत्वपूर्ण भूमिका है. जीविका की महिलाएं अपने आसपास पौधा रोपण कर लोगों को प्रेरित करेंगी.
ऐतिहासिक पोखरा में होगा नौकायन
मुखिया ललन रजक ने प्रशासन से मांग उठाते हुए कहा कि ऐतिहासिक पोखरा का सौंदर्यीकरण कर इसे ऐतिहासिक पहचान के रूप में अवस्थित किया जाए.जिसके आलोक में डीएम ने इस ऐतिहासिक पोखरा की सुंदरता को देख कहा कि आने वाले दिनों में इसका सौंदर्यीकरण किया जाएगा. इसे चारों तरफ से हरा भरा कर आकर्षक एवं मनमोहक बनाया जाएगा. सुबह-शाम आने वाले लोगों के लिए एक पार्क की तरह होगा. जिसमें बड़े-बड़े हंस एवं नौका लाकर रखा जाएगा. जिसका परिचालन कर लोग प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेंगे.
जीवन के लिए जल और हरियाली का होना जरूरी : डीडीसी
जल जीवन हरियाली अभियानके बारे में डीडीसी डॉ महेंद्र पाल ने संबोधित करते हुए कहा कि इसे गति देने के लिए हम सभी को अधिक से अधिक पौधारोपण करने की जरूरत है.जीवन को बचाने के लिए जल और हरियाली का होना जरूरी है. हरियाली से ही जल होता है.जल है तो जीवन है. इस धरती पर खेती-बाड़ी से लेकर अन्य सभी काम इन सभी चीजों से संपादित होता है. जिसमें जल की महत्वपूर्ण भूमिका है. इस बार बरसात कम होने से खेती प्रभावित हुई है. आने वाले दिनों में हम किसी प्रकार की परेशानी में ना रहे. इससे हम लोगों को जीवन बचाने के लिए हरियाली एवं जल को संरक्षित करना जरूरी है. गांव के तालाब पोखरो को भी हमें सुरक्षित रखना होगा. जिसमें जल संचय कर भूमिगत जलस्तर को बनाए रखेंगे. जिला पंचायत राज पदाधिकारी विद्यानाथ पासवान ने संबोधित करते हुए कहा कि पंचायत वन महोत्सव के तहत एक वार्ड में पांच पौधे लगाएंगे जिसमें पारंपरिक पौधे होंगे .गांव में अक्सर खेत, खलिहान एवं बाग बगीचों में हुआ करते थे. जिसमें पीपल, बरगद ,महुआ,पाकड़ ,नीम जैसे पेड़ रहेंगे. इसकी प्रजातियां अब विलुप्त हो रही हैं. जिससे पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.इनको बचाने के लिए हम सभी को इन पारंपरिक पौधों को लगाना जरूरी होगा.
400 स्कूली छात्रों ने पौधों को बचाने के लिया गोद
जल जीवन हरियाली अभियान के तहत मनरेगा योजना के तहत हुए पौधारोपण में पहले दिन इस ऐतिहासिक पोखरे पर 400 पौधे लगाए गए. जिसकी घेराबंदी कर सुरक्षित किया गया है.जिसे उच्च विद्यालय के स्कूली छात्र-छात्राओं ने इसे गोद लिया है. एक पौधा इन छात्रों के नाम से है जो छात्र इसकी सही तरीके से देखभाल करेंगे. नियमित सिंचाई एवं इसकी निगरानी रखेंगे. जिस तरह से बच्चे अपने उम्र के साथ बढ़ेंगे वह पौधे भी अपने समय के साथ बढ़कर लोगों को पर्यावरण एवं जीवन का एक नया संदेश देगा.
स्कूली छात्रा प्रीति कुमारी,वर्षा,निराशा,खुशबू,डिम्पल कुमार,प्रियांशु कुमारी,रिंकू कुमारी,नियति कुमारी,शिवानी कुमारी,समर श्रीवास्तव, दीपक चौबे,आनंद मौर्य,शिवम,सर्वजीत पासवान के अलावा अन्य छात्रों ने बताया कि इसकी सही तरीके से निगरानी कर इसे एक बड़ा पेड़ बनाएंगे.
बीपीआरओ ममता कुमारी ने कहा कि जिस तरह से महिलाएं घर एवं समाज की जिम्मेदारी संभाल रही है. इस तरह से इस धरती को हरित श्रृंगार करने के लिए जीविका की महिलाओं ने संकल्प लेते हुए इसे गति देने का संकल्प लिया है. जिसमें महिला वार्ड सदस्यों ने हमारे साथ मिलकर पौधारोपण किया है.अन्य महिलाओं से भी अपील है कि वह अधिक से अधिक पौधारोपण कर अपने बेटों के समान इसकी रक्षा करेंगे.इस मौके पर पीओ मोहम्मद सज्जाद जहीर,एमो धर्मवीर भारती,प्रधानाध्यापक गजेंद्र सिंह, प्रकाश तिवारी के अलावा अन्य लोगों ने भी पौधारोपण कर जीवन बचाने का संकल्प लिया.