चुनाव परिणाम की समीक्षा : डॉ. मनोज पांडेय ने चुनाव आयोग की पारदर्शिता पर उठाए गंभीर सवाल


नेशनल आवाज़/बक्सर :- जिला कांग्रेस कमिटी अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय की अध्यक्षता में सोमवार महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की गयी.जिसमें विधानसभा चुनाव परिणामों तथा महागठबंधन प्रत्याशी की हार के कारणों का गंभीर आकलन कर चर्चा की गयी. लगभग चार घंटे चली इस बैठक में सभी प्रखंड अध्यक्ष वरिष्ठ कांग्रेसजन, प्रदेश प्रतिनिधि तथा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्यों ने भाग लिया. डॉ. पांडेय ने चुनाव परिणाम से जुड़े प्रत्येक बिंदु पर गहन विचार-विमर्श किया. सभी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से विस्तृत राय ली गई.चर्चा के बाद एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर स्पष्ट शब्दों में केंद्रीय नेतृत्व एवं बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेिटी के समक्ष भेजा गया.
डॉ. पांडेय ने अवगत कराया कि आने वाले दो सप्ताह के भीतर बूथ स्तर पर विस्तृत आकलन किया जाएगा.इसके लिए कार्यकर्ताओं की विशेष टीमें गठित की जाएँगी जो जमीनी स्तर पर वास्तविक स्थिति का अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी.डॉ. पांडेय ने यह भी कहा कि जिस प्रकार से चुनाव प्रक्रिया पर संदेहजनक परिस्थितियाँ उत्पन्न हुई, वह लोकतंत्र की पारदर्शिता पर प्रश्नचिह्न लगाती हैं. केंद्र सरकार के दबाव में चुनाव आयोग द्वारा की गई कई कार्यवाहियों के कारण विपक्षी मतों में असामान्य उतार-चढ़ाव दिखाई दिया, जो चुनाव आयोग की मिलीभगत की आशंका को और प्रबल करता है. इस विषय पर राहुल गांधी जी पिछले छह महीनों से लगातार चेतावनी देते रहे हैं और जनता को अवगत कराते रहे हैं.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की दूरदृष्टि, सोच तथा लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता आज के राजनीतिक परिवेश में और अधिक प्रासंगिक हो गई है. देश की जनता भाजपा की सत्ता-लालसा एवं अनैतिक रणनीतियों को समझ रही है और आने वाले दिनों में राहुल गांधी के नेतृत्व में सच्चाई अवश्य सामने आएगी. लोकतंत्र में जनता का प्रत्येक मत सम्मानित होना चाहिए, किंतु वर्तमान सरकार इस मूल भावना को लगातार कमजोर कर रही है.बैठक में कार्यकर्ताओं ने यह भी चिंता व्यक्त किया कि बक्सर जिला कांग्रेस कमेटी की नई कमेटी का अनुमोदन न होना भी संगठनात्मक स्तर पर निराशा का कारण बना.डॉ. पांडेय ने इसे भी प्रस्ताव में सम्मिलित करते हुए स्पष्ट कहा कि मजबूत कमेटी के बिना प्रभावी चुनावी रणनीति संभव नहीं है.
इसके अलावा, महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री के नाम की असमय घोषणा को भी हार का एक प्रमुख कारण बताया गया. केवल तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री और मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री घोषित करना कई क्षेत्रों में जनता को स्वीकार नहीं हुआ और इसका प्रत्यक्ष असर मतदान प्रतिशत पर दिखाई दिया.अंत में डॉ. मनोज पांडेय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र की रक्षा, जनसेवा और सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध है तथा संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जाएँगे.






