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जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो : गौतम बुद्ध
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अपनी मंजिल का रास्ता स्वयं बनाये
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सबसे महान जीत प्यार की है, यह हमेशा के लिए दिलों को जीतता है ।

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क्रांति की धार विचारों के शान पर तेज होती है । भगत सिंह
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महाबोधि मंदिर बोधगया की मुक्ति के लिए सम्राट अशोक परिवार ने निकाला जन जागरूकता मार्च

नेशनल आवाज़/बक्सर :- पिप्पली बुद्ध विहार परिसर से सम्राट अशोक परिवार के तत्वावधान में महाबोधि मंदिर बोधगया के मुक्ति के लिए जन जागरूकता मार्च निकाला गया. यह मार्च कैमूर ,रोहतास, औरंगाबाद होते हुए बुद्ध की ज्ञानस्थली बोधगया तक पहुंचेगी. जहां पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे बौद्ध अनुयायियों के समर्थन में धरने में शामिल होंगे.पुनः यह कारवां जहानाबाद, अरवल, पटना, आरा होते हुए आगामी 21 मार्च को बक्सर में प्रवेश कर शहर भ्रमण कर लोगों को जागरूक किया जाएगा.इस जागरूकता मार्च को सत्यशोधक समाज के शिव प्रसाद कुशवाहा ,विनोद सिंह,गणेश मंडल ने संयुक्त रूप से पंचशील ध्वज दिखाकर रवाना किया.

सम्राट अशोक परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष मकरध्वज सिंह विद्रोही ने कहा कि महाबोधि महाविहार वह स्थान है. जहां भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया था, जो यह बौद्ध धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है. यह मंदिर विश्व धरोहर में भी शामिल है. जहां दुनिया के तमाम लोग ज्ञान प्राप्त करने के लिए आज भी आते हैं.इस महाबोधि मंदिर का संचालन स्वतंत्र नहीं है.सरकारी समिति भी स्वतंत्र नहीं है.

इसे बौद्ध अनुयायी को सौंप देना चाहिए.1949 में बनाए गए बीटी एक्ट में संशोधन कर बौद्धों का हक मिलना चाहिए. शिव प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि जो पुराना कानून है. उसको पूरी तरह से बदलना जरूरी है.जब सभी मंदिरों पर उस धर्म के लोगों का अधिकार है, तो इस मंदिर पर भी बौद्धों का अधिकार होना चाहिए. इस मौके पर संजय कुमार सिंह, राम बिहारी सिंह ,राकेश कुशवाहा ,नंदजी कुशवाहा, शालिग्राम सिंह, सुरेंद्र सिंह ,सजीवन सिंह के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे. वहीं कैमूर के भभुआ से इस जन जागरूकता मार्च का नेतृत्व सम्राट अशोक परिवार के महासचिव प्रोफेसर विजय बहादुर मौर्य के नेतृत्व में निकाला गया जो मोहनिया एवं कैमूर होते हुए विभिन्न जगहों पर लोगों को जागरुक कर इस मुक्ति आंदोलन में भाग लेने का आह्वान किया गया.

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