मलई बराज योजना से नावानगर क्षेत्र के किसानों को मिलेगा पानी, डीएम ने किया निरीक्षण






नेशनल आवाज़/बक्सर :- जिले के नवानगर क्षेत्र में निर्माणाधीन मलाई बराज योजना का डीएम अंशुल अग्रवाल ने निरीक्षण किया. इस योजना को गति देने के लिए बीते 15 फरवरी को प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्वह सिंचाई योजना एवं मलई बराज योजना के द्वितीय पुनरीक्षित के निर्माण कार्य के लिए घोषणा की थी. जिसकी प्रशासनिक स्वीकृति मंत्रिपरिषद द्वारा रिकॉर्ड समय में दिनांक 25 फरवरी 2025 को प्रदान की गयी.इस निर्माण कार्य के तहत कुल 20495.64 लाख रूपये (दो सौ चार करोड़ पंचानबे लाख चौसठ हजार रूपये मात्र) की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है.
इन्होंने ने बताया कि सोन नहर प्रणाली अन्तर्गत केसठ-03 वितरणी एवं भोजपुर वितरणी, अंतिम छोर पर अवस्थित रहने के कारण सिंचाई के समय जलस्राव का अभाव होता है.जिससे बक्सर जिले के चौंगाई, ब्रह्मपुर, केसठ, नावानगर क्षेत्र के सिंचाई क्षेत्र में किसानों को कठिनाई होती है.
सरकार के इस निर्णय से केसठ-3 वितरणी एवं भोजपुरी वितरणी के अंतिम बिंदु तक सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध कराया जा सकेगा. जिससे चौंगाई, ब्रह्मपुर, डुमरॉव, केसठ, नावानगर प्रखण्ड क्षेत्र के लगभग 5630 हेक्टेयर कमांड क्षेत्र में सिंचाई सुविधा पुर्नस्थापित की जा सकेगी.मलई बराज योजना अंतर्गत पूर्व से बराज निर्मित है. पूर्व में पानी को रोक कर सिंचाई की व्यवस्था किया जाना था. परंतु अब बैराज के पास ही पम्प हाउस का निर्माण कर पानी को लिफ्ट कर भोजपुर एवं केसठ-3 वितरणी में उपलब्ध कराया जाएगा.
कार्यपालक अभियंता सिंचाई प्रमंडल नावानगर ने बताया कि उद्वह सिंचाई योजना अंतर्गत मलई बराज के शेष दो स्पेन का क्रेस्ट निर्माण कार्य, मलई बराज के पास पम्प हाउस का निर्माण, पम्प हाउस का अप्रोच चैनल का निर्माण कार्य, पम्प हाउस से केसठ-3 वितरणी तक पाइपलाइन कार्य, पम्प हाउस से भोजपुरी वितरणी तक पाइपलाइन कार्य आदि कराया जायेगा. निर्माण कार्य के लिए निविदा प्रकाशन हेतु जल संसाधन विभाग को भेज दिया गया है.उद्वह सिंचाई योजना के कार्यान्वयन से रोहतास जिला के दावथ प्रखंड अंतर्गत अतिरिक्त 3000 हेक्टेयर कमांड क्षेत्र में भी सिंचाई व्यवस्था पुर्नस्थापित की जा सकेगी.निरीक्षण के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी डुमरांव, वरीय उप समाहर्ता-सह-प्रखंड विकास पदाधिकारी नावानगर, कार्यपालक अभियंता सिंचाई , मुखिया रूपसागर पंचायत, अंचलाधिकारी एवं स्थानीय किसान मौजूद रहे.

