चुनाव से पहले जदयू को लगा झटका ,जदयू प्रदेश महासचिव रत्न पटेल ने दिया इस्तीफा



नेशनल आवाज़ :- बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी गांव एवं शहर के चौक चौराहो पर शुरू हो गई है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि दशहरा का पर्व बीतते ही चुनाव की सभी गतिविधियां शुरू हो जाएगी. इससे पूर्व विभिन्न राजनीतिक दलों में सदस्यों के टूटने एवं जुड़ने का सिलसिला जारी हो गया है.इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं जदयू को एक बड़ा राजनीतिक झटका लगा है.
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रदेश महासचिव एवं मोतिहारी के पूर्व जिला अध्यक्ष रतन सिंह पटेल ने पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
पार्टी नेतृत्व पर लगाया आरोप
रतन सिंह पटेल ने अपने इस्तीफे में पार्टी नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष को भेजे गए पत्र में लिखा है कि जदयू अब उस विचारधारा से भटक चुकी है जिसकी नींव समता पार्टी ने डाली थी. उन्होंने कहा कि पार्टी कभी सामाजिक न्याय और समग्र विकास की सोच पर आधारित थी लेकिन बीते कुछ वर्षों में इसका मूल स्वरूप खत्म हो गया है.
उनका आरोप है कि कुछ तथाकथित नेता दूसरे दलों से आए हैं उन्होंने पार्टी के आदर्शों को कमजोर कर दिया है और नीतीश कुमार को भी अपने मंथरा चाल में उलझा लिया है.रतन सिंह पटेल ने कहा कि जब पार्टी ही अपने मूल मूल्यों से भटक जाए और नेतृत्व की सोच बदल जाए तो ऐसे माहौल में एक भी दिन रहना उनके जमीर के खिलाफ होगा.
इसी कारण उन्होंने पार्टी के प्रदेश महासचिव पद और प्राथमिक सदस्यता दोनों से खुद को मुक्त कर लिया है.राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो रतन सिंह पटेल का इस्तीफा जदयू के लिए एक बड़ा संगठनात्मक नुकसान हो सकता है खासकर गोबिंदगंज विधानसभा और मोतिहारी जिला में जहां उनकी अच्छी पकड़ रही है.चुनावी मौसम में इस तरह का इस्तीफा जदयू के लिए राजनीतिक समीकरण को बिगाड़ सकता है.