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जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो : गौतम बुद्ध
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एक अच्छी किताब सौ अच्छे दोस्तों के बराबर होती है,लेकिन एक अच्छा दोस्त पूरे पुस्तकालय के बराबर होता है ।
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अपनी मंजिल का रास्ता स्वयं बनाये
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सबसे महान जीत प्यार की है, यह हमेशा के लिए दिलों को जीतता है ।

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क्रांति की धार विचारों के शान पर तेज होती है । भगत सिंह
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मांगों के समर्थन में जीविका दीदीयों ने तालाबंदी कर किया विरोध प्रदर्शन

नेशनल आवाज़ /बक्सर :- जिले के चौसा में अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर जिविका दीदियों ने शनिवार को अखौरीपुर गोला स्थित सीएलएफ और चौसा कार्यालय में तालाबंदी कर जबरदस्त धरना-प्रदर्शन किया. कार्यालय के बाहर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.जीविका दीदियों ने बताया कि हमारी मांग मुख्य रूप से सभी कैडरों को नियुक्ति और पहचान पत्र देना है. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती है, तब तक हम वापस काम पर नहीं लौटेंगे और जीविका सीएफएल कार्यालय पर ताला लगा रहेगा. अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही ममता कुमारी ने कहा कि मानदेय के भुगतान में कंट्रीब्यूशन सिस्टम पर अविलंब रोक लगाई जाए. सभी कैडरों का मानदेय कम से कम 25 हजार रुपए किया जाए.

सभी जीविका कैडर को पहचान पत्र निर्गत करने, जीविका कैडर को खाते में राशि भुगतान करने और जीविका को सरकारी कर्मी का दर्जा देने के अलावे जीविका कैडर को पांच लाख तक बीमा सुनिश्चित करने की मांग शामिल है. पिंकी देवी ने कहा कि हमारी मांग अधिकारियों से नहीं नीतीश सरकार से है. जिस दिन मांग पूरी हो जाएगी उसी दिन तालाबंदी खुलेगा. स्थायी रूप से अपना काम कर देंगे. हम लोगों के न झांसे में आयेंगे, ना बहकावे में आयेंगे. सरकार हमारी मांग अविलंब पूरा करे. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि परियोजना में तीन साल पूरा करने वाले कैडरों के लिए पदोन्नति की व्यवस्था और महिला कैडरों को मातृत्व अवकाश देने, दो लाख रुपए के मेडिकल क्लेम, पांच लाख का डेथ क्लेम जैसी सामाजिक सुरक्षा का लाभ दिया जाए. जिविका दीदियों की तालाबंदी के बाद बीपीएम व अन्य कर्मी फरार हो गए.

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