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अपनी मंजिल का रास्ता स्वयं बनाये
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क्रांति की धार विचारों के शान पर तेज होती है । भगत सिंह
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Kisan protest

किसान नेता राकेश टिकैत के हमले का प्रभावित किसान मोर्चा ने जताया विरोध ,ADJ न्यायालय से किसानों के पक्ष में मिला न्याय

नेशनल आवाज़/  बक्सर :- चौसा के प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा द्वारा पंचायत भवन, बनारपुर में  रविवार को बैठक का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता डॉ. विजय नारायण राय ने की तथा संचालन मेराज खान ने किया. बैठक में भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ नेता राकेश टिकैत पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि यह घटना अत्यंत अमानवीय और निंदनीय है.

जो स्थानीय प्रशासन की मौन सहमति रही, जैसा कि बक्सर के प्रशासन की भूमिका में भी देखा गया है. बैठक में मुख्य अतिथि एवं वक्ता दिनेश सिंह, अध्यक्ष, भारतीय किसान यूनियन (बिहार प्रदेश), उमेश कुमार सिंह, अधिवक्ता, बक्सर न्यायालय व रामप्रवेश सिंह यादव, अध्यक्ष, प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा शामिल रहे. बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि बक्सर की अदालत से किसानों के पक्ष में आए निर्णय को “इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाने वाला दिन” कहा गया.

माननीय CJM, बक्सर द्वारा किसानों पर हुए दमन पर स्वतः संज्ञान लेकर प्रशासन पर FIR दर्ज कराने का आदेश दिया गया था. प्रशासन द्वारा ADJ, बक्सर के समक्ष याचिका दायर की गई, लेकिन एक वर्ष के विस्तारित सुनवाई के पश्चात ADJ न्यायालय ने किसानों के पक्ष में न्यायपूर्ण आदेश पारित किया. जिससे प्रभावितो मे आपार हर्ष है.

प्रशासनिक दमन की कार्रवाई की निन्दा की गई .किसानों ने बताया कि बनारपुर, कोचाढ़ी एवं मोहनपुरवा गांवों में शांतिपूर्ण आंदोलन के दौरान पुलिस एवं प्रशासन द्वारा बर्बर लाठीचार्ज, तोड़फोड़ एवं मनमानी गिरफ्तारी की गई. 500 से अधिक ग्रामीण घायल हुए, जिनमें महिलाएं, वृद्ध एवं बच्चे भी शामिल थे. ग्रामीणों की निजी संपत्ति एवं मवेशियों को नुकसान पहुँचाया गया था.

मोर्चा द्वारा बैठक में  दोषी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों पर तत्काल कानूनी कार्रवाई करने, पीड़ित किसानों एवं मजदूरों को मुआवजा देने, क्षतिग्रस्त संपत्ति की भरपाई करने, भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने हेतु स्पष्ट दिशा-निर्देश बनाए जाने की मांग करते हुए प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा स्पष्ट करता है कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक सभी पीड़ितों को न्याय नहीं मिल जाता. प्रशासनिक दमन अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.अब कानून का डंडा प्रशासन पर चलेगा. बैठक में शैलेश राय, सुरेश सिंह यादव, गोरख पांडेय,  सियाराम सिंह, साधु सिंह, नन्दलाल सिंह, ओमकार राय, छेदी राय, नन्द कुमार राम, संतविलास पांडेय, बृजेश राय सहित अन्य किसान, बेरोजगार नौजवान एवं स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे.

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