किसानों के विरोध प्रदर्शन से थर्मल पावर प्लांट का काम हुआ प्रभावित, पुलिस छावनी में तब्दील रहा मुख्य गेट
नेशनल आवाज़/बक्सर :- जिले के चौसा में निर्माणाधीन थर्मल पावर प्लांट के मुख्य गेट पर शनिवार को एक बार फिर किसानों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के साथ हुए समझौते के बाद भी अब तक इनको मुआवजा नहीं दिया गया है. जिससे नाराज किसानों ने एक बार फिर मुख्य गेट पर ही बैठकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. मुख्य गेट बंद हो जाने से थर्मल पावर प्लांट का काम भी कई हिस्सों में प्रभावित हो गया है.
जिसकी सूचना पर जिले के कई थानों की पुलिस एवं मजिस्ट्रेट पहुंचकर शांति व्यवस्था को बनाने में लगे हुए हैं. किसानों ने कहा कि वर्ष 2016 के बाद से अब तक अधिकारियों के साथ हुए समझौते के बाद कोई मुआवजा नहीं मिला है. एसजेवीएन के सीएमडी एवं ऊर्जा मंत्रालय से जब तक कोई नहीं आएगा तब तक अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन होता रहेगा.प्रभावित खेतिहर मजदूर मोर्चा के बैनर तले चल रहे इस प्रदर्शन में किसान नेता रामप्रवेश यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री ने पिछले 24 फरवरी को बैठक कर आश्वासन दिया था कि दो मार्च वितरण होगा.
जिला समाहरणालय परिसर में आरएनआर पॉलिसी के तहत किसान मजदूर का जो मुआवजा बनेगा. उसे वितरण किया जाएगा. 26 फरवरी को भी किसानों के साथ हुई बैठक में बक्सर के एसडीएम, एसजेवीएन कंपनी के अधिकारियों के समक्ष इस बात को दोहराया गया था. जिस पर बार-बार आश्वासन दिया गया. एसडीएम धीरेंद्र मिश्रा से जब किसानों ने बात किया तो उन्होंने कई बार तारीख पर तारीख दिया. लेकिन आठ मार्च के बाद भी मुआवजा नहीं बंटा. जिसको लेकर यह विरोध प्रदर्शन जारी है.यूनियन के संयोजक अशोक तिवारी ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रभावित किसान खेतीहर मजदूर मोर्चा का समर्थन हमारा यूनियन ने किया है. किसान मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन कर कोई गलत काम नहीं कर रहे हैं. अधिकारियों के तरफ से सिर्फ झूठा आश्वासन दिया जा रहा है. समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है.