हर्षोल्लास के साथ किया गया झंडोतोलन, झंडे को दी गयी सलामी



नेशनल आवाज़/बक्सर :- राजपुर प्रखंड के विभिन्न जगहों पर स्वतंत्रता दिवस के 79 वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रखंड मुख्यालय परिसर में प्रखंड प्रमुख मंजू देवी, ई किसान भवन परिसर में बीडीओ सिद्धार्थ कुमार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में डॉ अशोक कुमार, बीआरसी परिसर में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ज्ञानू प्रताप सिंह, थाना परिसर में थाना अध्यक्ष संजय पासवान, व्यापार मंडल पर रूना शुक्ला,राजपुर पंचायत भवन पर मुखिया अनिल सिंह, प्रहलाद राय टीचर्स ट्रेंनिंग कॉलेज में प्रधानाध्यापक वेणुधर प्रधान.

शिव शंभू आवासीय विद्यालय तियरा में नंदेश्वर कुमार,मध्य विद्यालय देवढिया पर प्रधानाध्यापक मो असजद, पंचायत भवन अकबरपुर में मुखिया चिंता देवी एवं राजेश सिंह, नागपुर में मुखिया शैलेंद्र सिंह, तियरा पंचायत भवन पर मुखिया उषा देवी एवं राम अवतार राम, पूर्व सैनिक संघ आईईएसएम कार्यालय पर चंद्रजीत सिंह, सम्राट अशोक बुद्ध विहार परिसर मंगराव में पूर्व मुखिया मकरध्वज सिंह विद्रोही, शहीद जगदेव प्रसाद बाजार परिसर में अध्यक्ष अरबिंद कुशवाहा, मंगराव पैक्स गोदाम पर अध्यक्ष राजेश सिंह,हरपुर ग्राम कचहरी पर सरपंच फुटूचंद सिंह.

देवढिया महादलित बस्ती में सीओ डॉ शोभा कुमारी, तारा शिव शंकर डिग्री कॉलेज में प्राचार्य धनंजय पांडेय, रघुवंशी कुंवरी प्लस टू उच्च विद्यालय में प्रधानाध्यापक ब्रजेश राय,खीरी उर्दू प्राथमिक विद्यालय पर प्रधानाध्यापक धनंजय मिश्रा, सिद्धनाथ साह डिग्री कॉलेज परिसर में प्राचार्य दीपक सिंह व इंजीनियर जितेंद्र कुमार,खीरी पंचायत भवन पर मुखिया इंद्रावती देवी एवं वीरेंद्र गुप्ता,समहुता पंचायत भवन पर मुखिया रुबाना परवीन एवं फैज अली.

तियरा मध्य विद्यालय परिसर में प्रधानाध्यापक मनोरंजन पांडेय,तियरा आवासीय बाल विद्या निकेतन पर प्रधानाध्यापक राजेश कुमार रंजन, मध्य विद्यालय कटरिया पर प्रधानाध्यापक परशुराम ठाकुर.

अकबरपुर उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक जितेंद्र सिंह ने झंडातोलन कर झंडे को सलामी दी. इस मौके पर प्रखंड कार्यालय पर पूर्व मुखिया सत्येंद्र नारायण सिंह,राजस्व पदाधिकारी रूपा कुमारी,शिक्षक मिथिलेश ठाकुर, कृषि समन्वयक संजय सिंह, धनंजय राय के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे.देवढिया के सैंथू सम्राट अशोक बुद्ध विहार परिसर में सम्राट अशोक क्लब के पूर्व बिहार प्रभारी दयानंद मौर्य के नेतृत्व में भारतीय संविधान की प्रस्तावना पढ़कर लोगों से समता मूलक समाज बनाने की कल्पना की गयी.