कल तय होगा बिहार में कौन बनेगा मुख्यमंत्री नेताओं की उड़ी नींद

नेशनल आवाज :- विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कौन बैठेगा, सियासत के खेल में कौन होगा आगे?यह सवाल सबके मन में कौंध रहा है. इस चुनाव नतीजे के आने में अब महज कुछ ही घंटे शेष बचे हैं. नेताओं के बीच बेचैनी बढ़ गई है.बड़े-बड़े नेताओं की नींद उड़ गई है.नतीजे से पहले वाली आज की रात बिहार के कई दिग्गजों की रात खराब होने वाली है.ईवीएम बदलने से लेकर सरकार बनाने एवं बिगड़ने तक सभी तरह के प्लान पर काम हो रहे हैं.
रात के अंधेरे में और बंद कमरे में गुणा गणित का खेल जारी है.इसका असर देश की राजधानी दिल्ली तक भी है. इंडिया और महागठबंधन दोनों ही कैंप में बड़ी हलचल है.एग्जिट पोल के आंकड़ों के बाद दोनों गठबंधन अंतिम रणनीति तैयार करने में जुटे हैं.दोनों गठबंधन संभावित परिणामों को कबूल करने और रिजेक्ट करने के लिए अपने-अपने सलाहकारों से बंद कमरे में गुप्त बैठक कर प्लान तैयार कर रहे हैं.राजद एवं अन्य महागठबंधन के नेता खुद अपने प्रतिनिधियों के साथ मिलकर एवं स्ट्रांग रूम के आसपास पूरी रात चौकसी बरत रहे हैं.
यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी अवांछित व्यक्ति या वस्तु स्ट्रांग रूम के पास न जाए. वहीं दोनों गठबंधनों के पार्टी दफ्तरों पर भी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में आंकड़ों का मिलान किया जा रहा है. बूथ लेवल के आंकड़ों को एग्जिट पोल के नतीजे के साथ जोड़कर देखा जा रहा है. एग्जिट पोल के नतीजे से उत्साहित एनडीए के नेता सरकार बनाने के लिए गुप्त कैमरे में बैठक कर रहे हैं.
त्रिशंकु विधानसभा होने पर क्या होगा ?
इस चुनावी नतीजे के बाद नेताओं के बीच यह चर्चा है कि अगर त्रिशंकु विधानसभा होती है तो आगे की रणनीति क्या. होगी ? कौन-कौन नेता इधर से उधर पाला बदल सकते हैं. ऐसे में दोनों गठबंधनों में इस बात की चर्चा हो रही है. जिसको लेकर सभी वरिष्ठ नेताओं को ऑब्जर्वर बनाकर बिहार में तैनात किया जाए जो नतीजे के बाद तुरंत बाद विधायकों को एकजुट करने और पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का काम करेंगे. फिलहाल मतगणना से पूर्व सभी पार्टी कार्यायलयों पर कार्यकर्ताओं का भींड़ लग गया है.






