मँगराव में प्रीपेड मीटर लगाने पर ग्रामीणों ने बिजली विभाग एवं सरकार के खिलाफ जताया विरोध






नेशनल आवाज़/बक्सर :- जिले के राजपुर प्रखंड के मंगराव गांव में गांव के ग्रामीणों ने रात्रि चौपाल गया.जिस चौपाल में विभिन्न मोहल्ले से जूटे सैकड़ो की तादाद में ग्रामीणों ने बिजली विभाग एवं सरकार के खिलाफ जमकर विरोध जताया. गांव के ग्रामीणों ने कहा कि सरकार स्मार्ट सिटी बनाने की योजना बनाई थी. लेकिन अब गांव को कंगाल बनाने की योजना शुरू कर दी है.स्मार्ट मीटर लगाने से पहले किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं दी गई है. जबकि सरकार एवं विभाग के तरफ से ही मैन्युअल मीटर लगा हुआ है. समय पर बिजली का बिल नहीं देने पर उस पर ब्याज भी लगाया जाता है.
आम जनता देने के लिए हमेशा तैयार है. फिर भी विभाग स्मार्ट मीटर लगाकर गरीब किसान एवं मजदूरों को ठगने का काम कर रही है. पहले भी इस स्मार्ट मीटर का प्रयोग सरकार ने नल जल योजना में करके देख लिया है. जब अचानक रिचार्ज खत्म होते ही उसका पानी बंद हो जाता था तो उसे रिचार्ज करने के लगभग 8 से 10 घंटे बाद चालू होता था. ऐसे में इस स्मार्ट मीटर के लग जाने से लोगों को काफी परेशानी हो सकती है. सबसे बड़ी गंभीर समस्या बीपीएल परिवार के सदस्यों को होगी. जिन्हें सरकार ने ही राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत इन्हें नि:शुल्क बिजली बल्ब जलाने के लिए बीपीएल सूची के आधार पर विद्युत का कनेक्शन दिया था. अब उन्हीं के दरवाजे पर प्रीपेड मीटर लगाने की योजना बना दिया है. ऐसे में आखिर ऐसे गरीब परिवारों का रिचार्ज कौन कराएगा ? यह सबसे बड़ी गंभीर समस्या है.
बिजली कर्मियों द्वारा मनमाने तरीके से मीटर लगाए जाने पर गांव के ग्रामीण रविंद्र साह, गफार अंसारी, दयाशंकर पासवान, संतोष पासवान ,नवाज अमीर, लालकेश्वर राजभर ,हाशिम अंसारी,बीगन राजभर,विनोद साह ने बताया कि मीटर लगाने की योजना पूरी तरह से गलत है. सरकार स्वयं पहले अपने कार्यालय में इस मीटर लगा को देखे.अभी किसी सरकारी कार्यालय में इस मीटर का उपयोग नहीं हो रहा है, तो फिर आम गरीब ग्रामीण जनता के घरों तक इस मीटर लगाने की क्या सोच है. सरकार को अपने इस नीति को बदलना होगा अन्यथा बाध्य होकर आगामी दिनों में सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा.

