नेशनल आवाज़
बक्सर : “उपेंद्र कुशवाहा कोई गाजर मूली नहीं है जो यदि उसे उन्हें कोई पार्टी से निकाल दे. जदयू में करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है और अगर पार्टी कमजोर होगी तो उसके लिए आवाज उठाई ही जाएगी” यह कहना है जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का. सोमवार को उपेंद्र कुशवाहा बक्सर पहुंचे. वह राजपुर प्रखंड के पुरैनी गांव में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के वरिष्ठ नेता की मृत्यु के उपरांत परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना देने के लिए पहुंचे थे, तत्पश्चात व बक्सर पहुंचे जहां उन्होंने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर और कामरेड ज्योति प्रकाश की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया, जिसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पार्टी कमजोर हो रही है. इसी को लेकर वह अपनी चिंता बार-बार व्यक्त कर रहे हैं, लेकिन उनके दर्द को कोई समझ नहीं पा रहा. महागठबंधन के प्रमुख सहयोगी दल राजद पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गठबंधन में कमजोर महसूस कर रहे हैं. राजद के नेताओं की बिगड़ी बयानबाजी इस बात को साबित भी कर रही है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि ट्वीट करने पर उनसे यह कहा गया कि वह अपनी बात पार्टी के अंदर कर सकते हैं, तो अगर राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक होगी तो वह उस में अपनी बात रखेंगे अथवा मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात कहेंगे. वही 2024 और 2025 के चुनावों को लेकर जब बात की गई तो उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि चुनाव अभी काफी दूर है और तब तक गंगा किधर रहेगी कुछ कहा नहीं जा सकता.”