वॉटर पाइप लाइन एवं रेल कॉरिडोर के लिए किसान नहीं देंगे जमीन 408 वें दिन भी प्रभावित किसानों ने दिया धरना जताया विरोध








नेशनल आवाज़ /चौसा :- आठ सूत्री मांगों को लेकर 22अक्टूबर 2022 से चौसा स्थित मुरा बाबा देव स्थल के पास चौसा-कोचस स्टेट हाईवे के किनारे प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा, चौसा (बक्सर) के बैनर तले चल रहा किसानों का आंदोलन मंगलवार को 408वें दिन भी जारी रहा. जिसकी अध्यक्षता इंटक के प्रदेश महासचिव रामप्रवेश सिंह यादव तथा संचालन शिवजी तिवारी ने किया. धरना को संबोधित करते हुए किसान वक्ताओं ने कहा कि लारा कोर्ट के जज साहब को दिग्भ्रमित करने के लिए STPL कंपनी वरीय अधिकारी या सलाहकार जो पटना में बैठकर जज साहब से कह रहे है कि धरना कमजोर हो गया है और जितना जल्दी हो सके पुनः कैंप का आयोजन किया जाय. इस बात की जानकारी किसान मजदूर बेरोजगार नौजवान को पहले से ही आभास है.
सभी धरनार्थीयो द्वारा एक स्वर मे कहा गया कि कंपनी के कतिपय सलाहकार को भ्रम हो गया है और वे दिवास्वप्न देख रहे है उनको पता होना चाहिए कि किसान मजदूर बेरोजगार नौजवान पहले से और ज्यादा जागरूक हो गए है और अपनी जमीन किसी भी किमत पर नही देंगे. कंपनी अपना वैकल्पिक मार्ग चुने. किसानो को जितना ठगना था उतना ठग लिए. अब किसान ठगने वाले नही है. किसान अपनी फसल बचाना जानता है तो अपनी नस्ल भी बचाएगा. रही बात पुर्व मे अर्जित भुमि मे हुई अनियमितताओ मे किसान मजदूर बेरोजगार नौजवान अपनी विधि सम्मत मांग रहा है कोई उनसे भीख नही मांग रहा है. कंपनी के लोग पटना में बैठकर धरना आकलन न करे.
जरूरत पड़ने पर पुरे हिन्दुस्तान के किसान यहा मौजूद रहेगे और दिनांक 26/11/23 को आपको देखने को भी मिला किसानो की एकजुटता का मिसाल. LARR के जज साहब व जिला प्रशासन तथा STPL कंपनी के वरीय पदाधिकारी को भी देखने को मिला. किसान मजदूर बेरोजगार नौजवान द्वारा कहा गया की संविधान दिवस के दिन LARR के जज साहब तथा जिला प्रशासन द्वारा संविधान की धज्जिया उड़ाते हुए वैसे भोले भाले किसान को अपने झांसे मे लेकर उनको भुगतान किया गया. लेकिन अब वाटर पाईप लाइन, रेल कॉरीडोर तथा अतिरिक्त जमीन अधिग्रहण नही होने देंगे. STPL कंपनी अपना एलायमेंट बदलकर अपना वैकल्पिक मार्ग चुने. अभी तक जिला प्रशासन तथा STPL प्रशासन तथा STPL कंपनी द्वारा धरनारत किसानों को दिया गया समय भी अब खत्म होने वाला है.
अब धरनारत किसान मजदूर बेरोजगार नौजवान कंपनी का कार्य कभी भी बन्द करा सकते है. किसानों की बहुफसला,गंगा पंप नहर से सिंचित, दो स्टेट हाईवे के बिच स्थित सटे उपजाऊ कृषि भुमि, आवासीय, भुमि,एवं व्यवसायिक, भुमि का जबरन कब्जा करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है जिसके विरुद्ध दिनांक 17 अक्टूबर 2022 से ही शांतिपूर्ण धरना अनवरत जारी है. प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर बेरोजगार नौजवानो द्वारा एक स्वर मे कहा कि जब तक हमलोगो कि विधि सम्मत मांगे मान नही ली जाती तब तक अनिश्चितकालीन धरना अनवरत जारी रहेगा. इस दौरान अंशु चौबे, राजेश सिंह यादव, हरिवंश सिंह यादव, घनश्याम चौधरी, श्यामलाल चौधरी, सियाराम सिंह यादव, शिवजी सिंह, अनिल तिवारी, अनिल दुबे, नन्द कुमार शर्मा, हरिश्चंद्र साह, बीरेन्द्र सिंह कुशवाहा, नरेन्द्र तिवारी, भैरव राय, रामअवध सिंह यादव, बिन्दा देवी, पुनिया देवी, तेतरी देवी, सीताराम गोंड, रामाकांत राजभर, नन्दलाल सिंह, बरमेश्वर तिवारी, जितेन्द्र राय, गोविंद साह, केशव चौधरी, उपेंद्र पासवान, लक्ष्मण चौधरी सहित सैकड़ों किसान मजदूर मौजूद रहे.