





नेशनल आवाज़/राजपुर :- प्रखंड के सिकठी पंचायत अंतर्गत भगवानपुर टोला गांव में मंगलवार को धूमधाम के साथ गोवर्धन पूजा समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर लाल मोहर सिंह एवं तुलसी देवी की स्मृति में बनाए गए भगवान गोवर्धन मंदिर का भव्य उद्घाटन किया गया. जिसका उद्घाटन वाराणसी से आए श्यामआचार्य बालक स्वामी एवं सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष ने संयुक्त रूप से किया.आयोजित समारोह में श्याम आचार्य बालक स्वामी ने कथा वाचन करते हुए कहा कि भगवान के प्राप्ति के चार साधन है.भगवान श्रीकृण सात दिन तक अपनी कानी अंगुली पर छह वर्ष की उम्र में पहाड़ को उठाये रखा.अन्य ग्वालों ने कहा कि आप आराम करो.
इस पर कृष्ण ने कहा यह आपसे नहीं उठेगा.ग्वालों की जिद पर पहाड़ को कुछ देर के छोड़ दिया.कुछ ही समय बाद पहाड़ नीचे आने लगा.ग्वालों ने पूछा यह कैसे हो गया.इस पर इन्होंने कहा कि आप सभी के बल के सहयोग से हमने किया है.ग्वालों ने कहा माखन चोर कैसे पहाड़ टांग लिया.इनकी लीला देख सब हैरान हो गए. इस कथा को सुन लोग हर्षित हो गए.वही इनके परम शिष्य अखिलेश शास्त्री ने कहा कि दीपावली के बाद दूसरे दिन गोबर्धन की पूजा की जाती थी.पूर्व में बृजवासी करते थे.जब लोग सुबह में पकवान बना रहे थे.उसी समय कृष्ण लला ने कहा मैया पकवान दे दो.मैया ने नहीं दिया.
इसके बाद यह अपने बाबा के पास गये. इसकी मैया ने कहा पहले भगवान इंद्र की पूजा होगी तब खाने के लिए मिलेगी.इन्होंने पूछा कि आखिर इंद्र कौन है.इस पर इन्होंने कहा भगवान इंद्र ही पानी बरसाते है.सभी जीवों का कल्याण होता है. इसके बाद भगवान कृष्ण ने अपनी विभिन्न लीलाओं को दिखाकर लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया. इस मौके पर राधेश्याम सिंह,फूलमती देवी, सोनामती देवी, शांति देवी, गीता देवी, किरण देवी, सुनैना देवी,रौशन कुमार के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे.

