स्कूलों में बढ़ी रौनक सुबह से चार बजे तक हो रही पढ़ाई
बच्चों में दिख रहा उत्साह संसाधनों की हुई कमी
नेशनल आवाज़/राजपुर :-प्रखंड के सभी उच्च विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो गया है. के.के पाठक के निर्देश के बाद लगातार स्कूलों की हो रही मॉनिटरिंग से विद्यालय आने वाले बच्चों की संख्या में शत प्रतिशत उपस्थिति बढ़ गयी है. जिन स्कूलों में पहले आधे अधूरे बच्चे पहुंचते थे. उन्हें स्कूलों में पढ़ाई के प्रति अभिभावकों का भी अब रुझान बढ़ गया है. कोचिंग संचालकों में भी भय व्याप्त हो गया है.
स्कूल पूर्व ही वह कोचिंग बंद कर रहे हैं.कोचिंग करने वाले छात्र-छात्राओं ने बताया कि अब नियमित पढ़ाई होने से सभी विषयों की पढ़ाई हो रही है. ऐसे में परीक्षा देने में भी अब किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है. प्रभात खबर ने पड़ताल के लिए क्षेत्र के तियरा स्थित रघुवंशी कुंवरी प्लस टू विद्यालय में पहुंचकर विद्यालय की पठन-पाठन एवं छात्रों से रूबरू होते हुए उनकी समस्याओं की जानकारी लिया.वर्ग नौ की छात्रा रिया कुमारी, फूल कुमारी, नेहा कुमारी, महिमा कुमारी, दिव्या कुमारी वर्ग दस की छात्रा काजल कुमारी, साक्षी कुमारी, प्रीति कुमारी ने बताया कि पिछले एक महीने से लगातार स्कूल आ रहे हैं. स्कूल में काफी भीड़ हो जाने से शिफ्ट के अनुसार पढ़ाई हो रही है.
बेंच डेस्क की कमी हो जाने से एक ही बेंच पर पांच से अधिक छात्राओं को बैठकर पढ़ना पड़ता है. उमस भरी गर्मी में काफी परेशानी हो रही थी. जिसको लेकर विद्यालय के प्रधानाध्यापक ब्रजेश राय से समस्या सुनाई गयी थी. जिस पर प्रधानाध्यापक ने त्वरित ध्यान देते हुए पढ़ाई वाले कमरे में पंखा लगा दिया गया है. अब कोई परेशानी नहीं है. फिर भी संसाधन के अभाव में बारी-बारी से पढ़ाई होने पर परेशानी हो रही है. विद्यालय के शिक्षक गजेंद्र प्रसाद, संतोष पांडेय, राजीव रंजन ,संतोष कुमार दुबे, शिक्षिका रेनू कुमारी, नीलम सिंह के अलावा अन्य शिक्षकों का बहुत ही अच्छा सहयोग मिल रहा है.
क्या बोले छात्र
1. नियमित सभी विषयों की पढ़ाई हो रही है.परीक्षा से पहले सभी तैयारी पूर्ण हो जाएगी.स्कूल आने पर अब अच्छा लग रहा है.– काजल कुमारी छात्रा, वर्ग 10
2. समय पर स्कूल लग रहा है. सभी विषयों की पढ़ाई के साथ सांस्कृतिक एवं सामाजिक गतिविधियों की जानकारी दी जा रही है.अब विद्यालय पहले से अच्छा लग रहा है. — साक्षी कुमारी, छात्रा वर्ग 10
3. इस बार कोचिंग का सहारा बहुत काम लेना पड़ेगा. स्कूल में पढ़ाई होने के बाद घर पर या अन्य शिक्षकों से मदद मिल जाने पर गणित एवं विज्ञान में अच्छी समझ हो गई है.– प्रीति कुमारी
क्या बोले प्रधानाध्यापक
विद्यालय में फिलहाल 1900 छात्र हैं. शिफ्ट के अनुसार शिक्षकों की मौजूदगी में पढ़ाई की व्यवस्था रखी गई है. अभिभावक भी सहयोग कर रहे हैं. बच्चों की उपस्थिति बढ़ने पर फिलहाल 50 से अधिक बेंच डेक्स की व्यवस्था की गयी है और व्यवस्था की जा रही है. अगर विभाग से सहयोग मिले तो सभी संसाधन पूर्ण कर लिए जाएंगे. कुछ शिक्षकों की भी कमी है. जिसके लिए विभाग को लिखित पत्र दिया गया है.— ब्रजेश राय ,प्रधानाध्यापक