जिले के 168 गरीबों को मिला बासगीत परचा डीएम ने कहा डिजिटल मोड में दिया गया परचा, नहीं होगी धांधली






नेशनल आवाज़/बक्सर :- जिले के विभिन्न गांव में भूमिहीन गरीब व्यक्तियों को अभियान बसेरा टू के तहत चयन होने के बाद बासगीत परचा दिया गया. शुक्रवार को जिला समाहरणालय सभा कक्ष में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन डीएम अंशुल अग्रवाल, अपर समाहर्ता कुमारी अनुपम एवं अन्य पदाधिकारियों ने दीप जलाकर किया.जिले के विभिन्न गांव से पहुंचे लगभग 168 लोगों को पर्चा दिया गया.डीएम अंशुल अग्रवाल ने कहा कि जिले के विभिन्न प्रखंडों के लिए 300 लाभों का चयन किया गया है. सरकार की सबसे बड़ी महत्वाकांक्षी योजना के तहत अभियान बसेरा टू के तहत भूमिहीन गरीबों को यह परचा दिया जा रहा है. पहली बार इन लोगों को ऑनलाइन डिजिटल मोड में कागज तैयार कर यह परचा दिया जा रहा है.पहले जिन गरीब लोगों को परचा दिया जाता था.

उसमें कई तरह की शिकायत मिलती थी कि पर्चा मिलने के बाद भी उन्हें जमीन पर कोई कब्जा नहीं मिल पाता था. अब ऐसा नहीं होने वाला है.इसमें किसी प्रकार की फर्जीवाड़ा होने वाला नहीं है.जमीन का वास्तविक मालिक ही उस जमीन पर रहेगा. अपर समाहर्ता अनुपम सिंह ने कहा कि जिसका भी नाम अब ऑनलाइन दर्ज हो गया है. अब उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी.आने वाले दिनों में अन्य लोगों को भी परचा दिया जाएगा.
इस दौरान बक्सर अंचल में 18, इटाढी अंचल में 37, चौसा अंचल में 00, राजपुर अंचल में 15, डुमराँव अंचल में 14, सिमरी अंचल में 08, चक्की अंचल में 19, ब्रह्मपुर अंचल में 13, नावानगर अंचल में 11, चौगाई अंचल में 19 एवं केसठ अंचल में 14 सहित कुल 168 बासगीत परचा वितरण किया गया.इस दौरान राजपुर से पहुंची फूलझारो देवी, नीलम देवी, संजू देवी, इंदु देवी, किस्मातों देवी,सीतामुनि देवी, श्रीकांत राम, मुस्कान कुमारी, चंद्रशीला देवी, छोटक राम के अलावा अन्य लोगों को बासगीत पर्चा दिया गया.इस अभियान में गति देते हुए सीओ डॉक्टर शोभा कुमारी ने क्षेत्र के देवढिया, मँगराव, खीरी , बारूपुर,हरपुर, कैथहर कला के अलावा अन्य गांवों का भ्रमण कर स्थल का निरीक्षण किया था. इसके अलावा भी अन्य गांव में राजस्व कर्मी के माध्यम से वैसे लोगों की जांच पड़ताल की जा रही है. इन्होंने बताया कि अब तक लगभग 800 से अधिक आवेदन प्राप्त किए गए हैं.जिनमें से लगभग 200 लोगों का जांच किया गया है. जिसका अभिलेख तैयार किया जा रहा है.शीघ्र ही अन्य लोगों को भी बासगीत परचा दिया जाएगा. सरकार के इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत भूमिहीनों को रहने के लिए हर हाल में जमीन देना है.

