किसानों ने अर्धनग्न होकर किया प्रदर्शन,11 सूत्री मांगों के समर्थन में उठायी आवाज
नेशनल आवाज़/बक्सर :- जिले के चौसा स्थित थर्मल पावर प्लांट के पास प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा के बैनर तले एसटीपीएल प्लांट के मुख्य गेट के पास चल रहा किसान मजदूरों का आंदोलन गुरूवार को 515वें दिन भी जारी रहा. जिसकी अध्यक्षता जयमंगल पांडेय तथा संचालन नरेन्द्र तिवारी ने किया. किसान वक्ताओं का कहना था कि एक तरफ एसटीपीएल कंपनी के नए सीईओ द्वारा साकारात्मक वार्ता की तरफ कदम बढ़ा रहे है तो दुसरी तरफ एसडीएम तथा डीएसपी महोदय द्वारा कहा जा रहा है कि प्लांट के मुख्य गेट से बक्सर-कोचस मुख्य मार्ग तक धारा 144 लगाकर धरनारत किसान मजदूर बेरोजगार नौजवान पर कानूनी कार्रवाई करेगे. जिसके विरोध में सभी धरनार्थी अर्ध नग्न प्रदर्शन करते हुए कहा कि जब तक हमारी 11 सुत्री मांगों का समाधान नहीं हो जाता तब तक मुख्य गेट के पास ही हमलोगों का आंदोलन चलता रहेगा.
धरनास्थल पर प्रशासन के द्वारा लगाए गए धारा 114 के आलोक में आंदोलन कारी किसानों के द्वारा धरनास्थल के पास धारा 288 लगाते हुए कहा कि अब धरनास्थल पर किसी भी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के आने पर पाबंदी रहेगा. चौसा प्लांट के मुख्य गेट के पास किसानों मजदूरों ने अर्ध नग्न प्रदर्शन किया. प्रभावित खेतिहर मजदूर मोर्चा की देखरेख में सैकड़ों की संख्या में किसानों द्वारा कंपनी और जिला प्रशासन के तानाशाही रवैया और आंदोलन को लगातार कुचलने के प्रयासों के खिलाफ धरनास्थल पर अर्ध नग्न प्रदर्शन किया गया.
इंटक के प्रदेश महासचिव रामप्रवेश सिंह यादव तथा प्रभावित किसान मजदूर यूनियन के संयोजक अशोक तिवारी द्वारा कहा गया कि मोर्चा विगत 17 माह से अपनी विधि सम्मत मांग को लेकर शांतिपूर्ण धरना दे रहे थे. परन्तु अपनी समस्याओं का समाधान न होता देख तथा स्थानीय सासंद महोदय का बयान व साथ ही एसडीएम और डीएसपी की संदेहास्पद कार्यशैली से क्षुब्ध होकर कंपनी का सारा कार्य अनिश्चितकालीन शांतिपूर्ण तरीके से समस्याओं का समाधान होने तक बन्द कर दिया गया.
अब धरनार्थी किसी भी धमकी से डरने वाले नहीं है. किसान मजदूर बेरोजगार नौजवान अपनी विधि सम्मत मांगों के लिए दिन रात यहाँ बैठे है. इस दौरान अंशु चौबे, शिवजी राय, राधाप्रसाद राय, सिकरौल पंचायत के पूर्व मुखिया संजय राय उर्फ गुड्डू राय, झींगुरी राय, रामाशंकर चौधरी, तेतरी देवी, देवी राय, नन्द कुमार शर्मा, राजनारायण चौधरी, घनश्याम चौधरी, शिवमुरत राजभर, शिवदयाल सिंह, शिवजी सिंह, नरेन्द्र तिवारी, रामअवध सिंह यादव, जितेंद्र राय, शैलेश राय, प्यारेलाल सिंह, गोरख नाथ पांडेय, लेदा चौधरी, द्वरिका चौधरी, उपेंद्र पासवान, छेदी राजभर, ओमकार चौहान सहित सैकड़ों की संख्या में महिला पुरूष बेरोजगार शामिल रहे.