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जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो : गौतम बुद्ध
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एक अच्छी किताब सौ अच्छे दोस्तों के बराबर होती है,लेकिन एक अच्छा दोस्त पूरे पुस्तकालय के बराबर होता है ।
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अपनी मंजिल का रास्ता स्वयं बनाये
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सबसे महान जीत प्यार की है, यह हमेशा के लिए दिलों को जीतता है ।

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क्रांति की धार विचारों के शान पर तेज होती है । भगत सिंह
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राम रहीम के बिना समाज की परिकल्पना असंभव : अनिल कुमार

नेशनल आवाज़/बक्सर :  बहुजन समाज पार्टी के तत्वावधान में बक्सर कार्यालय में ईद मिलन समारोह किया गया. देश की सांस्कृतिक धरोहर कौमी एकता को मजबूती प्रदान करने तथा सर्व धर्म सद्भाव का पैगाम लोगों को दिया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता बसपा नेता चक्रवर्ती चौधरी एवं संचालन मो फारूख ने किया.

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बसपा के लोकसभा प्रत्याशी अनिल कुमार ने कहा कि जिस तरह से पूरे देश भर में सरकारें नफरत का माहौल बनाने का प्रयास कर रहीं है.सभी धर्म के लोग एक साथ मिलकर त्यौहार मनाते हैं.हम राम और रहीम दोनों में आस्था रखते है.राम और रहीम के बिना समाज की परिकल्पना असंभव है. हमारा भारत हिन्दू – मुस्लिम तहजीब को लेकर चलने वाला देश है मगर भाजपा धर्म और संप्रदाय को बांटकर वोट की राजनीति करती है.उन्होंने कहा की दुर्गापूजा, होली, ईद या क्रिसमस भारत की साझी संस्कृति का हिस्सा रही हैं।). रमजान का पूरा महीना त्याग और तपस्या का रहा. यह बहुत पवित्र पर्व है.हिंदू-मुस्लिम-सिख-इसाई सभी एक साथ मिलकर इसे मनाने का संकल्प लें.

उन्होंने बक्सर वासियों की ईद की बधाई देते हुए कहा कि सभी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर समय साथ चलेंगे और बक्सर को समृद्ध बनाएंगे, आप ऐसे हीं आपसी प्रेम रखें. बक्सर के युवा हीं बक्सर के विकास की नीव है. युवाओं के बिना बक्सर का विकास नही हो सकता हैं.बहुजन समाज पार्टी सर्व धर्म सुखाए, सर्व धर्म हिताए की भावना से चलती है न की बाकी पार्टियों की तरह हवा में विकास की गाथा नहीं लिखती है.

    उन्होंने कहा कि हमारा देश विभिन्नता में एकता का देश है.हम सभी धर्म सम्प्रदाय के लोग एक साथ मिलजुल कर सभी पर्व त्यौहार मनाते हैं ताकि हमारी एकजुटता और आपसी भाईचारा बना रहे.यह देश सभी धर्म व वर्गों का देश है. उन्होंने कहा कि किसी भी मुल्क, समाज व कौम की तरक्की के लिए लोगों में आपसी प्रेम व सद्भाव जरूरी है.सबसे बड़ा धर्म इंसानियत का धर्म है. ईद का पर्व आपस में मिलजुल कर रहने की प्रेरणा देता है. इस मौके पर गुलाम हसनैन, मो इब्राहिम, डॉ मुमताज आलम, मो एजाज आलम, मो नियाज़ आलम, मो नौशाद आलम समेत सैकड़ों हिंदू –  मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद थे.

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