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जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो : गौतम बुद्ध
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एक अच्छी किताब सौ अच्छे दोस्तों के बराबर होती है,लेकिन एक अच्छा दोस्त पूरे पुस्तकालय के बराबर होता है ।
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अपनी मंजिल का रास्ता स्वयं बनाये
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सबसे महान जीत प्यार की है, यह हमेशा के लिए दिलों को जीतता है ।

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क्रांति की धार विचारों के शान पर तेज होती है । भगत सिंह
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Kisan protest

मांगो के समर्थन में 23 दिसंबर को किसानों का होगा प्रतिरोध मार्च ,हजारों की संख्या में जुटेंगे किसान

नेशनल आवाज़ /बक्सर :- किसानों की समस्याओं एवं विभिन्न मांगों को लेकर आगामी 23 दिसंबर को राष्ट्रव्यापी आह्वान पर जिले में किसानों का प्रतिरोध मार्च निकाला जाएगा तथा किसान नीति दस्तावेजों की प्रतियां भी जलाई जाएगी.29 दिसंबर 2024 को बक्सर के बनारपुर में 12 बजे दिन में किसान,मजदूर एवं खेतिहरों का विशाल समागम भी होगा.राष्ट्रीय सचिव अशोक प्रसाद सिंह ने बताया कि जनवरी 2025 के दूसरे सप्ताह में सर्वे से जुड़ी समस्याओं और किसानों की अन्य समस्याओं पर तीन दिवसीय 500 किसान कार्यकर्ताओं का कार्यशाला आयोजित किया जाएगा.

किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेबाल की बिगड़ती स्वास्थ्य की स्थिति पर बिहार के किसानों के बीच काफी रोष है. चिंतन शिविर में उनके नाजुक हालत पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई.केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा गया कि यदि कोई अप्रिय घटना हुई तो इसके लिए सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी,गृह मंत्री अमित शाह और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जिम्मेदार होंगे.सुप्रीम कोर्ट ने भी किसानों से विचार-विमर्श कर समस्याओं का हल निकालने का बार-बार सरकार से कहा है.मगर केंद्र सरकार लगातार उच्चतम न्यायालय के निर्देशों की अवहेलना करते हुए,अपने हठ पर अड़ी हुई है.अपने यार कारपोरेट से रोज वार्ता करती है,मगर अन्नदाता किसानों से वार्ता नहीं कर रही है.

चिंतन शिविर में केंद्र सरकार से पुरजोर मांग की गई कि सभी किसान संगठनों से चर्चा कर किसानों की मांगें अविलंब पूरा किया जाए. देश भर में किसान आंदोलन पर हो रहे दमन को अविलंब बंद किया जाए. कृषि विपणन पर नई राष्ट्रीय नीति रूपरेखा को सरकार वापस ले.पंजाब सीमा पर किसानों के  संघर्ष के ऊपर दमन समाप्त करे.जेल में बंद सभी किसान नेताओं को अविलंब रिहा किया जाए.किसानों का पूर्ण कर्जा मुक्ति। C-2 + 50% के आधार पर एम एस पी की कानूनी गारंटी,बिजली के निजीकरण एवं स्मार्ट मीटर पर रोक लगाने,60 साल की उम्र से सभी किसानों एवं मजदूरों को 10000रु मासिक पेंशन, प्रति लीटर दूध पर 10 रु सब्सिडी,बाढ-सुखा एवं जल जमाव का स्थाई निदान,आवारा पशुओं की आवारागर्दी पर रोक लगाने ,600 रु प्रति क्विंटल गन्ना का दाम, 600 रु दैनिक मजदूरी के साथ मनरेगा को कृषि से जोड़ा जाए और साल में 200 दिन काम की गारंटी हो. बेगूसराय के मल्हीपुर मौजे में किसानों से 1932 एकड़ जमीन छीनने की साजिश सरकार बंद करें.

 कैमूर,औरंगाबाद,रोहतास,बक्सर,पटना सहित संपूर्ण बिहार में भूमि अधिग्रहण में किसानों को वर्तमान बाजार दर से चार गुणा मुआवजा का भुगतान करें,वर्ना किसान अपनी जमीन के लिए जान देने देंगे,जमीन नहीं देंगे. 20 मार्च 2024 को बनारपुर, कोचाढी और मोहनपूर्वा में पुलिसिया अत्याचार के दोषी लोगों पर कठोर कार्रवाई तथा किसान नेता अशोक तिवारी के हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी हो. बैठक में किसान नेता दिनेश कुमार, अशोक प्रसाद सिंह, अमेरिका महतो,अमरेष नंदन,सुशांत राज,डॉ गोपाल कृष्ण, बैजनाथ शर्मा,राज कुमार सिंह,डॉ विनय सिंह,देव कुमार, सूरत सिंह,वशिष्ठ शर्मा,भूषण कुमार,मणिलाल जी,राजा बाबू,ए के चौबे, भोला यादव,नरेश यादव,अशोक कुमार सिंह, प्रमोद कुमार आदि ने चिंतन शिविर में अपना विचार व्यक्त किया. चिंतन शिविर की अध्यक्षता किसान नेता उडयन राय ने की.

                     

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