बीपीएससी छात्रों पर हो रहे दमन के खिलाफ आइसा इनौस ने किया चक्का जाम,सरकार के खिलाफ जताया विरोध
नेशनल आवाज़/बक्सर :- बीपीएससी परीक्षा में हुई अनियमितता और आंदोलन के पुलिस दमन के मुद्दे पर अपने राज्यव्यापी प्रतिवाद के दूसरे दिन आइसा –आरआईए के आह्वान पर आइसा इनौस ने ज्योति चौक पर घंटा भर से ऊपर चक्का जाम किया. चक्का जाम का समर्थन आम छात्र युवा के अलावा माले ने भी किया. वक्ताओं ने कहा कि बीपीएससी की 70वीं पीटी बिहार के अनेक केंद्रों पर पेपर लीक व घोर आपत्तिजनक अनियमितताओं के साथ सम्पन्न हुई. लंबे समय से सरकार कोई भी बड़ी परीक्षा पारदर्शी व सुचारु ढंग से करा पाने में सफल नहीं है. बिहार में शिक्षा माफियाओं का तंत्र हावी है. इसलिए परीक्षा रद्द करने की लोकप्रिय मांग पर अभ्यर्थी ठंड में पटना में लगातार धरने पर बैठे हैं. सरकार न सिर्फ जिद्द पर अड़ी है बल्कि उल्टे न्याय की मांग कर रहे नौजवानों पर दूसरी बार बर्बर लाठीचार्ज किया है, जेल भेजा है और मुकदमे दर्ज किए हैं.
पटना जिले के पालीगंज के सोनू कुमार नाम के छात्र ने इसी तनाव व अवसाद में अपनी जान ले ली. यह आत्महत्या नहीं सांस्थानिक हत्या है. आइसा के अध्यक्ष–सचिव व पालीगंज विधायक साथी परिजनों से मिलने इनके गांव गए थे.विरोध मार्च के बाद पांच सूत्री मांग पत्र सौंपा गया.जिसमें BPSC की 70वीं पीती रद्द करने, परीक्षा की नई तारीखों की घोषणा करने, पेपर लीक–परीक्षा माफिया तंत्र खत्म कर सख्त कानून बनाने,पुलिस लाठीचार्ज के दोषियों को दंडित करने,आंदोलनकारी छात्रों को जेल से रिहा कर फर्जी मुकदमे वापस लेने,सोनू कुमार के परिजनों को 5 करोड़ का मुआवजा देने सम्बंधित मांगो को रखा गया.
प्रदर्शन में भाकपा माले के नगर सचिव ओम प्रकाश, करण , संजय सिंह, राम, प्रमोद कुमार, राजाराम ,परमहंस सिंह(सचिव माकपा), अरूण ओझा(भाकपा), सीपीएम के लालजी सिंह, रामचंद्र प्रसाद, अमर यादव, मोती लाल,आरवाईए के संयोजक राजेश सिंह, दिपु कुमार.आइसा के जिला सचिव अनुप शर्मा, नगर सचिन अंकित सिद्धार्थ, नगर अध्यक्ष अखिलेश ठाकुर, पवन भारती, लक्ष्मन कुमार, सागर सम्राट, कुंदन सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे.