वायु सेना के अधिकारियों ने स्कूली छात्रों को किया जागरूक, हर चुनौतियों के साथ सेना में भर्ती होने का दिया टिप्स
नेशनल आवाज़/बक्सर :- जिले के राजपुर प्रखंड के रघुवंशी कुंवरी प्लस टू उच्च विद्यालय परिसर में वायु सेवा के तरफ से छात्रों को जागरूक करने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक ब्रजेश राय ने की.कार्यक्रम के आरंभ में आगत अतिथियों के सम्मान में छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया. मुख्य अतिथि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हृषिकेश कुमार सिंह ने कहा कि आज के परिवेश में यहां जो शिक्षा दी जा रही है.वह काबिले तारीफ है.
बच्चों का उत्साह एवं सीखने की ललक बढ़िया है.सेना के बल पर ही हम सभी चैन की नींद सोते है.यह दिन रात हर मुश्किल में हमारी रक्षा करते हैं.हमें इनसे प्रेरित होकर आगे बढ़ने की जरूरत है.विंग कमांडर एएस रावत के नेतृत्व में बिहटा पटना से आये चयन अधिकारी केवी रेड्डी एवं रिकयुटिंग स्टॉफ अमित कुमार ने बच्चों को जागरूक किया.इन्होंने सेना के गठन के बारे में बताया कि अंग्रेजों ने 8 अकटुबर 1932 को वायु सेना को बनाया था.प्रशिक्षण के लिए विदेश जाना पड़ता था.देश की आजादी के बाद भारतीय वायु सेना ने कई अद्भुत काम किया है.देश की सुरक्षा के साथ बाढ़ की विभीषका के समय मानव मूल्यों की सुरक्षा एवं अन्य काम को करते है.
बदलते समय के साथ सेना ने दुश्मनों से लड़ने के कई अत्याधुनिक लड़ाकू विमान व हथियारों का प्रशिक्षण प्राप्त किया है.भारतीय सेना के जांबाज ऑफिसर अभिनंदन से रूबरू कराते हुए उनके साहस एवं वीरता से अवगत कराया.सेना में बहाली पर चर्चा कर कहा कि इस समय बहाली की दो प्रक्रिया है.अग्निवीर एवं ऑफिसर जिसके कुछ मानक है.आप अपनी पढ़ाई के साथ हर मंजिल को पा सकते है.यह जो समय है वह काफी मूल्यवान है.जिसका सही तरीके से उपयोग करने की जरूरत है.शिक्षक हम सभी को तराशने का काम करते है.इनसे सीख लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है.उम्र के इस पड़ाव में बहकने के बजाय समय के महत्व को समझे.
भविष्य को बनाने के लिए अनुशासन का होना जरूरी है.अच्छी पढ़ाई के लिए समझ रखना जरूरी है.किसी भी कठिन सवाल को समझकर आसानी से जवाब दे सकते है.ऑफिसर बनने के लिए मैट्रिक के बाद से एनडीए की तैयारी कर अपने कैरियर को बना सकते है.एनसीसी करने वालों छात्रों के लिए भी सुनहरा मौका होता है.स्वास्थ्य के बारे में बताते हुए कहा कि हाथ या किसी भी शरीर के भाग पर टैटू नहीं बनवाना चाहिए.खासतौर पर सेना में इजाजत नहीं है.टैटू के इंफेक्शन से शरीर पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है.
प्रोजेक्टर के माध्यम से मिग 21,एलएच हेलीकॉप्टर, लड़ाकू विमान एवं अन्य छवियों को दिखाकर कुछ सवाल भी किया गया.जिसका जवाब देने पर इन्हें पुरस्कार भी दिया गया.जिसमें अंतिमा दूबे, सोनम कुमारी,काजल कुमारी,विशाखा कुमारी को सेना के तरफ से आकर्षक इनाम दिया गया.सेना के विभिन्न कला कौशल को देख बच्चे काफी उत्साहित रहे.इस मौके पर शिक्षक गजेंद्र सिंह,एएसआई प्रवीण कुमार दूबे, धनंजय पांडेय,नीलम सिंह,शिव कुमारी,रूबी कुमारी,संगीता कुमारी,विजय कुमार,संदीप सिंह,राकेश कुमार के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे.