डीएम एसपी ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण बाढ़ पूर्व तैयारी नहीं होने से कार्यपालक अभियंता से मांगा स्पष्टीकरण
नेशनल आवाज़/बक्सर :- जिले के गंगा के तटवर्ती इलाकों में इस बार भी बाढ़ आने की संभावना है. जिसको लेकर डीएम अंशुल अग्रवाल एवं एसपी मनीष कुमार ने केशोपुर, हनुमान घाट, एवं उमरपुर बांध का निरीक्षण किया. तटबंध से केशवपुर के बीच में बक्सर कोईलवर गंगा तटबंध किलोमीटर 08 पर तटबंध से 150 से 200 मीटर की दूरी पर कटाव देखा गया. इस कटाव को रोकने के लिए कटाव निरोधक कार्य कराने के लिये विभागीय निर्देश के आलोक में प्रस्ताव तैयार कर उप विकास आयुक्त बक्सर से समन्वय स्थापित करते हुए विभाग को भेजने हेतु कार्यपालक अभियंता बाढ़ प्रमंडल को दिया गया.
बांध के आस-पास स्थानीय लोगों के द्वारा स्थाई घरों का निर्माण किया गया है.जो बाढ़ के दौरान सुरक्षा के दृष्टिकोण से सुरक्षित नहीं है. इस संबंध में अंचलाधिकारी सिमरी को निर्देश दिया गया कि बाढ़ से पूर्व आस-पास बनाये गये सभी संबंधित आवासीय लोगों को अन्यत्र सुरक्षित स्थानों पर भेजना सुनिश्चित करेंगे. इस वर्ष केन्द्रीय जल आयोग द्वारा बाढ़ आने का अनुमान लगाया गया है.बाढ़ की संभावना को देखते हुए केशोपुर, गंगौली, निशांत सिंह का डेरा एवं बिहार घाट में संभावित बाढ़ के बचाव हेतु उचित मात्रा में बाढ़ संघर्षात्मक सामग्रियों का भंडारण करना सुनिश्चित करेंगे.
अंचलाधिकारी सिमरी एवं अनुमंडल पदाधिकारी डुमराँव को निर्देश दिया गया कि बाढ़ के दौरान मवेशियों की सुरक्षा हेतु अभी से ही आश्रय स्थल चिन्हित कर अग्रेतर कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे.कटाव के रोकथाम में कार्यपालक अभियंता बाढ प्रमंडल से पृच्छा करने पर उनके द्वारा कोई स्पष्ट जानकारी एवं भावी कार्य योजना के बारे में नहीं बताया गया. जिससे प्रतीत होता है कि कार्यपालक अभियंता बाढ़ प्रमंडल आने वाले संभावित बाढ़ के प्रति गंभीर नहीं है.इस संबंध में स्पष्टीकरण समर्पित करने का निर्देश दिया गया.