नरसंहार एवं तबाही के खिलाफ वाम दलों ने निकाला फिलिस्तीन एकजुटता मार्च
नेशनल आवाज़/बक्सर :- जिले के रेलवे स्टेशन से ज्योति चौक तक सोमवार को फिलिस्तीन में एक साल से जारी जनसंहार और तबाही के खिलाफ़ वाम दलों के देशव्यापी ‘फिलस्तीन एकजुटता दिवस’ के तहत फिलिस्तीन एकजुटता मार्च निकाला गया.यह मार्च रेलवे स्टेशन से आरंभ होकर ज्योति प्रकाश चौक पहुंच एक जनसभा में तब्दील हो गया. एकजुटता मार्च का नेतृत्व माले जिला सचिव नवीन कुमार, भाकपा सचिव बालक दास और माले नेता जगनारायण शर्मा ने किया. सभा का संचालन माले नेता कन्हैया पासवान ने किया.
सभा को संबोधित करते हुए नवीन कुमार ने कहा कि 7 अक्टूबर को फिलिस्तीन पर लगातार जारी इजरायली हमले के एक साल पूरे हो रहे हैं. अब तक 42 हज़ार से ज़्यादा बेगुनाह लोगों की जानें जा चुकी हैं. करीब 1 लाख घायल हैं जिनमें ज्यादातर बच्चे व महिलाएं शामिल हैं.प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल ‘द लैंसेट’ के अनुसार इस साल के 6 अगस्त तक इन हमलों में कुल मरने वालों की तादाद 1,86,000 से ज्यादा हो सकती है. उन्होंने कहा कि अमेरिका समेत अन्य साम्राज्यवादी देशों की मदद से ‘आत्मरक्षा’ के नाम पर किया जा रहा यह एक खुला जनसंहार है.एक समूचे देश के वजूद को मिटा देने की कोशिश है. युद्ध व मानवाधिकार से जुड़े तमाम अंतरराष्ट्रीय नियम, मान्यताएं व शांति अपील की धज्जियां उड़ती रही हैं.
अब पेजर और संचार के अन्य तकनीक का भयानक इस्तेमाल करते हुए इजरायल ने लेबनान तक इस हमले का विस्तार कर दिया है. कुल मिलाकर जुल्म और अन्याय के एक भयानक दौर के हम गवाह हैं. वक्ताओं ने यह भी बताया कि दुनिया भर में लाखों लोग सड़कों पर आकर न सिर्फ़ इसका विरोध करते हुए तत्काल शांति की मांग करते रहे हैं बल्कि अपनी सरकारों पर फिलिस्तीनी अवाम के पक्ष में खड़े होने का दबाव भी बनाते रहे हैं.
वाम दलों ने 7 अक्टूबर को पूरी ताकत से सड़कों पर उतरकर इस ज़ुल्म का विरोध दर्ज करते हुए इसे तत्काल रोकने की मांग करने का देशव्यापी आह्वान किया है. साथ ही मोदी सरकार से यह मांग किया है कि इजरायल को हथियारों के निर्यात पर फौरन रोक लगाई जाए और शांति प्रक्रिया की हिमायत की जाए जिससे आज़ाद फिलिस्तीन अस्तित्व में आ सके. सभा को माले नेता अभय पांडेय, भाकपा के नेता नागेंद्र मोहन, शमीम मंसूरी, केदार सिंह माकपा नेता अरुण ओझा ऐपवा नेता संध्या ने भी संबोधित किया.जुलूस में माले नेता हरेंद्र राम, रामदेव सिंह, विसर्जन पासवान, संजय शर्मा, ओम प्रकाश, राजदेव सिंह, बीर बहादुर पासवान, जितेन्द्र राम , वीरेंद्र यादव , बाबूलाल राम, प्रभात , अंकित सिद्धार्थ, शिवजी राम आदि मौजूद रहे.