Slide
जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो : गौतम बुद्ध
Slide
एक अच्छी किताब सौ अच्छे दोस्तों के बराबर होती है,लेकिन एक अच्छा दोस्त पूरे पुस्तकालय के बराबर होता है ।
Slide
अपनी मंजिल का रास्ता स्वयं बनाये
Slide

सबसे महान जीत प्यार की है, यह हमेशा के लिए दिलों को जीतता है ।

Slide
क्रांति की धार विचारों के शान पर तेज होती है । भगत सिंह
previous arrow
next arrow
politics

सुभासपा बिहार में 52 सीटों पर लड़ेगी चुनाव,ओपी राजभर ने किया ऐलान

नेशनल आवाज़:- बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन का हिस्सा रही सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी को कोई सीट नहीं मिलने से पार्टी कार्यकर्ता काफी नाराज दिख रहे है.ऐसे में ओपी राजभर ने कह दिया कि उनकी पार्टी बिहार में 52 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि उन्होंने बिहार में गठबंधन के लिए कई बड़े नेताओं से संपर्क किया, लेकिन किसी की ओर से उन्हें ठोस जवाब नहीं मिला.राजभर ने कहा, “हमने बिहार में कई नेताओं से बात की, गठबंधन की कोशिश की, लेकिन अभी तक किसी ने सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी.

ऐसे में हमारी पार्टी ने फैसला लिया है कि हम बिहार की 52 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे. हमारा वोट बैंक पूरी तरह से तैयार है और हमारे नेता भी चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.”

राजभर के इस ऐलान को बिहार की सियासत में एक अलग समीकरण के रूप में देखा जा रहा है.खासकर पिछड़े वर्ग और अति पिछड़े वर्गों में उनकी पकड़ को ध्यान में रखते हुए, यह चुनाव परिणामों पर असर डाल सकता है.

ओमप्रकाश राजभर पहले भी उत्तर प्रदेश में अपने दम पर सियासी लड़ाई लड़ चुके हैं और कई मौकों पर गठबंधन में भी अपनी शर्तों को लेकर चर्चा में रहे हैं. अब बिहार चुनाव में उनके अकेले लड़ने के फैसले से नए राजनीतिक समीकरण बनते हुए नजर आ सकते हैं.सुभासपा का मुख्य आधार पिछड़े, अति पिछड़े और दलित वर्ग के वोटर हैं.बिहार में भी इन वर्गों की अच्छी खासी संख्या है. खासकर सीमांचल, मगध और भोजपुर इलाके में अच्छा है. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि यह एनडीए गठबंधन को चुनाव में प्रभावित कर सकता है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button