Bihar News : स्नेहा के न्याय के लिए बुद्धिजीवियों ने न्याय की उठाई मांग सोशल मीडिया पर पीएम एवं यूपी से उच्च स्तरीय जांच की हो रही मांग






नेशनल आवाज़ :- रोहतास के सासाराम तकिया निवासी सुनील सिंह की 17 वर्षीय बेटी स्नेहा सिंह की हुई हत्या के मामले में बुद्धिजीवियों ने न्याय के लिए आवाज उठायी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से भी उच्च स्तरीय जांच की मांग हो रही है. इसकी न्याय के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स X पर लोग लगातार अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं. इस माध्यम से लोगों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस अपराधियों के साथ मिली हुई है.जिसकी मिली भगत से यूपी के हाथरस जैसी यह दूसरी घटना हुई है.

जिसमें पुलिस अभी भी अपराधियों के अपराध को बचाने का प्रयास कर रही है. विदित हो की स्नेहा सिंह वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत दुर्गाकुंड स्थित गर्ल्स हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही थी. बीते एक फरवरी को हॉस्टल के कमरे में ही इसका शव फंदे से लटकता हुआ मिला था. जहां मौके पर पहुंची भेलूपुर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर परिजनों को बगैर इसकी सूचना दिए हॉस्टल संचालक से मिलकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया.
तभी से यह मामला गंभीर रूप धारण कर लिया है. मृतक छात्रा के परिजन एवं बुद्धिजीवियों ने इसको लेकर न्याय की मांग उठाई है. परिजनों का कहना है कि बेटी ने आत्महत्या नहीं की बल्कि इसके साथ गलत काम कर हॉस्टल संचालक एवं कुछ अपराधी किस्म के लोगों ने मिलकर इसकी हत्या कर साक्ष्य छिपाने की नीयत से बगैर सूचना दिए महज कुछ ही देर में इसका अंतिम संस्कार कर दिया. इसके लिए उसी दिन थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया है.
जो 9 दिनों बाद इस घटना से संबंधित 10 फरवरी को हॉस्टल संचालक रामेश्वर पांडेय पर प्राथमिकी दर्ज की गई .यह पुलिस पर एक सबसे बड़ा सवाल है. जिस मामले को लेकर बुद्धिजीवी रमेश कुमार ने एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा की एक फरवरी को जो घटना हुई उसमें आखिर पुलिस को क्या जल्दी हुई थी की अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सूचना भी नहीं दिया गया. बीके गुप्ता लिख रहे हैं कि पुलिस किसको बचाने की कोशिश कर रही है.लोगों का जवाब देने के लिए सोशल मीडिया एक्स पर ही डीसीपी काशी के सोशल मीडिया सेल से एक पत्र जारी किया गया है.
जिसमें यह जवाब दिया गया है कि एक फरवरी को भेलूपुर पुलिस को दुर्गाकुंड स्थित गर्ल्स हॉस्टल में एक छात्रा द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करना की सूचना दी गई है. जिसकी जांच की जा रही है. इन सब के बावजूद भी यह लोगों के लिए एक सबसे बड़ा सवाल है.आखिर इस देश में बेटियां सुरक्षित कैसे रहेंगी. घटना से आहत छात्रा की मां रोते हुए कह रही है कि आखिर सरकार ने जो नारा दिया है. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ वह कैसे चरितार्थ होगा? कैसे लोग अपनी बेटियों को पढ़ने के लिए किसी सुरक्षित जगह पर भेज सकते हैं ? इसकी मां ने कहा कि इसके शरीर पर चोट का निशान जगह-जगह थे. जबकि पुलिस हॉस्टल संचालक एवं इसमें शामिल अपराधियों को छुपाने की कोशिश कर रही है.फिलहाल मामला जो भी हो लेकिन स्नेहा के न्याय को लेकर बुद्धिजीवियों ने अब आवाज उठाना शुरू कर दिया है.जिसको लेकर 12 फरवरी को न्याय के लिए सासाराम शहर में कैंडल मार्च निकालने की भी तैयारी की जा रही है.

