नेशनल आवाज
राजपुर :- प्रखंड के देवढ़ीया पंचायत के वार्ड नंबर तीन में नल जल योजना पूरी तरह से फेल है. विगत चार वर्ष पूर्व इस योजना को धरातल पर लाने के लिए सरकार के तरफ से राशि निर्गत होने के बाद संबंधित वार्ड प्रबंधन समिति एवं प्रशासन के सहयोग से लगभग 14 लाख रुपए की लागत से यह नल जल योजना की शुरुआत की गयी थी.
बोरवेल होने के बाद सभी के घरों तक पाइप का जाल भी बिछा दिया गया. बावजूद इससे पानी नहीं निकला है. जिसको लेकर ग्रामीणों की शिकायत के बाद विभागीय निर्देश के आलोक में कई बार जांच का निर्देश दिया गया. जिस जांच के आलोक में अधिकारियों ने पाया कि मौके पर नल जल योजना के लिए भवन का निर्माण हो गया है. बोरिंग फेल है. पाइपलाइन कुछ जगहों पर क्षतिग्रस्त है.अभी तक बिजली का कनेक्शन नहीं हुआ है. इसको चालू करने के लिए आवश्यक उपकरण की कमी है. बावजूद इस पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गयी है. जिसको लेकर तकनीकी सहायक नंदकुमार के द्वारा जांच पड़ताल भी किया गया था. इसके अलावा वार्ड के अध्यक्ष धर्मेंद्र राम ने लिखित आवेदन देकर वरीय अधिकारियों से जांच की मांग की है.
जिनके आवेदन के आलोक में पहुंची बीडीओ इंदुवाला सिंह ने स्थिति का जायजा लेते हुए प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश तो दिया है. अब तक इस पर कोई कार्रवाई अभी नहीं की गयी है. नल जल योजना बंद होने से लोगों को अब तक शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है. वर्तमान वित्तीय वर्ष में सरकार ने नल जल योजना फेज टू चालू किया है. इस योजना से भी बंद पड़े सभी नल जल योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए सरकार ने निर्देश दिया है. इसके निर्देश के आलोक में सप्ताह के प्रत्येक बुधवार को पंचायतों में गहन जांच पड़ताल भी की जा रही है.जिसका असर कुछ नहीं दिख रहा है. इस जांच के क्रम में कई बार अधिकारियों ने इसे इंगित किया. फिर भी इस पर कोई ध्यान नहीं है.