




नेशनल आवाज़/बक्सर :- नगर के एआईएसएफ(AISF) जिला कार्यालय में बुधवार को जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100 वीं जयंती मनायी गयी.जिसकी अध्यक्षता राज्य परिषद सदस्य विकास ठाकुर ने की.कार्यक्रम के आरंभ में छात्र नेताओं ने उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. प्रदेश उपाध्यक्ष बब्लू राज ने कहा आज कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न देने की घोषणा किया गया ये सम्मान इन्हें बहुत पहले दे देना चाहिए था.
आज जब वोटों के गणित,सामाजिक ध्रुवीकरण और सियासी नफा-नुकसान के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोग संवैधानिक मर्यादाओं और संवैधानिक प्रावधानों की धज्जियां उड़ा रहे हों और चाहे-अनचाहे वेबजह टकराव ले रहे हों तब जननायक कर्पूरी ठाकुर की विचारधारा और अधिक प्रासंगिक हो जाती है.
उनका मानना था कि संसदीय परंपरा और संसदीय जीवन राजनीति की पूंजी होती है जिसे हर हाल में निभाया जाना चाहिए. उनकी चिंता के केंद्र में हमेशा गरीब, पिछड़े, अति पिछड़े और समाज के शोषित-पीड़ित-प्रताड़ित लोग रहे हैं. शायद यही वजह रही है कि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कर्पूरी ठाकुर ने सदैव लोकतांत्रिक प्रणालियों का सहारा लिया. आज के नेताओं को उनसे सीखने की आवश्यकता है उनका जीवन सादगी भरा रहा है.इस अवसर पर एआईएसएफ से साथी ऋषभ कुमार,अमित कुमार,राहुल ठाकुर,प्रिंस इदरीसी, सद्दाम शाह, मुन्ना सिंह के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे.