




नेशनल आवाज़
बक्सर :- जिले के प्रसिद्ध रामरेखा घाट पर 32 विदेशी पर्यटकों को लेकर गंगा विलास क्रूज पहुंचा. यहां पहले से मौजूद एसडीएम धीरेंद्र मिश्रा, एडीएम प्रीतेश्वर प्रसाद ने सभी विदेशी पर्यटको का भारतीय संस्कृति के अनुसार स्वागत किया. इसमें जर्मनी, स्वीटजरलैंड समेत कई देशों से आए पर्यटकों ने अहिरौली के मां अहिल्या उद्धार स्थल, कतकौली का युद्ध स्थल ,संग्रहालय के अलावा भगवान राम से जुड़े कई धार्मिक स्थलों का भी भ्रमण किया. मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए इस यात्रा को काफी मजेदार बताया.
दुनिया की सबसे लंबी नदी यात्रा करेगा क्रूज
दुनिया भर में किसी नदी वोट से की जाने वाली यह सबसे बड़ी नदी यात्रा होगी. गंगा विलास क्रूज़ 31 मार्च को असम के डिब्रूगढ़ जिले में बोगीबील पहुंचने से पहले कोलकाता एवं ढाका जैसे प्रमुख शहरों से गुजरेगा.यह विशाल क्रूज़ बंगाल के सुंदरबन डेल्टा, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के अलावा अन्य अभ्यारण से होकर गुजरेगा, गंगा विलास भारत की दो सबसे बड़ी नदियों गंगा एवं ब्रह्मपुत्र पर 4000 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए पवित्र वाराणसी से बांग्लादेश होते हुए डिब्रूगढ़ तक रवाना होगी.
15 जनवरी को पुनः होगा आगमन
इस क्रूज़ को आगामी 13 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. यात्रा के आरंभ में वापसी के क्रम में पुनः 15 जनवरी को यह बक्सर पहुंचेगा और 31 मार्च को कोलकाता में पहुंचकर यह यात्रा समाप्त हो जाएगी. इसके लिए बक्सर के रामरेखा घाट पर प्लेटफार्म बनाया गया है. हालांकि इस क्रूज में अभी पहली बार 32 सैलानी यहां पहुंचे थे. अगली बार इसमें कुछ संख्या बढ़ सकती है.
मिलेगा मनोरंजन के भरपूर साधन
इस लग्जरी क्रूज में सांस्कृतिक कार्यक्रम, संगीत ,जिम के अलावा कई अन्य आकर्षक गतिविधियां शामिल होंगी .आधिकारिक जानकारी के अनुसार क्रूज की क्षमता 80 यात्रियों की है. गंगा विलास क्रूज एक अद्वितीय डिजाइन और भविष्य के दृष्टि से बनाया गया है जो काफी बड़ा है.