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जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो : गौतम बुद्ध
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एक अच्छी किताब सौ अच्छे दोस्तों के बराबर होती है,लेकिन एक अच्छा दोस्त पूरे पुस्तकालय के बराबर होता है ।
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अपनी मंजिल का रास्ता स्वयं बनाये
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सबसे महान जीत प्यार की है, यह हमेशा के लिए दिलों को जीतता है ।

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क्रांति की धार विचारों के शान पर तेज होती है । भगत सिंह
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अहियापुर गोलीकांड के पीड़ित मंटू का काटा गया पैर,अपराधियों पर कठोर कार्रवाई की उठायी मांग

नेशनल आवाज़/बक्सर :- राजपुर थाना क्षेत्र के अकबरपुर पंचायत के अहियापुर गांव में गोली से घायल 35 वर्षीय मंटू सिंह का एक पैर डॉक्टर ने इलाज के दौरान काट दिया है. इस संबंध में पीड़ित युवक का चचेरा भाई अजीत सिंह ने बताया कि वाराणसी में चल रहे इलाज के दौरान डॉक्टर ने सुझाव दिया था कि पर में काफी गहरा जख्म हो जाने से संक्रमण का खतरा बढ़ गया था.जिससे पूरे शरीर को नुकसान हो सकता था. जिसको देखते हुए चिकित्सकों की सलाह पर इन्हें एक पैर गंवाना पड़ा. अभी भी इनकी हालत चिंताजनक है.अब उनके स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है.घटना के बाद परिवार काफी गहरे सदमे में है.उनकी पत्नी प्रियंका देवी मायूस अपने घर में बैठी आने वाले भविष्य के बारे में काफी चिंतित है. पूछे जाने पर इसने रोते हुए बताया कि चार वर्षीय पुत्री अंशिका कुमारी एवं दो वर्षीय पुत्र अंश कुमार है. जिनका जीवन काफी अंधकार में है. इन बच्चों की परवरिश कौन करेगा ? प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि जिस तरह से अपराध कर्मियों ने अंधाधुंध गोली चलाकर हमारे परिवार के अन्य सदस्यों की हत्या कर दिया है. जिसमें हमारे पति अभी जीवन मौत से जूझ रहे हैं. उनको कठोर सजा होना चाहिए.दो मासूम अंश कुमार हर बार पिता की याद में काफी आंसू बहा रहा है. हर पल किसी के जाने पर अपने पिता की राह खोज रहा है.

पति के मौत से पत्नी हुई बेजान बच्चों ने कहा कैसे होगी पढ़ाई

मायूस बैठे पीड़ित परिजन

 अहियापुर गांव में शनिवार की सुबह गोली कांड में सुनील सिंह की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से ही इनकी पत्नी आशा देवी बेजान सी हो गई है. हर पल इनकी आंखें एक नई उम्मीद लिए सपना देख रही थी.इनके आंचल में पुत्री रानी कुमारी, अर्चना कुमारी और छोटा बेटा अनुज कुमार है.यह एक उम्मीद के साथ अपनी पढ़ाई कर रहे थे. इन बच्चों ने बताया कि पिता के चले जाने से सपनों की डोरी कमजोर हो गई है.इस घटना ने अंदर से झकझोर कर रख दिया है.  पिता ने सपना देखा था कि इन बच्चों को पढ़ाकर एक अच्छा इंसान बनायेंगे आज वह बच्चे अनाथ होकर न्याय की गुहार लगा रहे हैं.

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