मांगों के समर्थन में 463 वें दिन भी किसानों ने बुलंद की आवाज






नेशनल आवाज़ /चौसा :- प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा, चौसा (बक्सर) के बैनर तले चौसा स्थित मुरा बाबा स्थल के समीप चौसा-कोचस स्टेट हाईवे के किनारे पिछले 17अक्टूबर 2022 से चल रहा किसानों का आंदोलन सोमवार को 463वें दिन भी जारी रहा. जिसकी अध्यक्षता इंटक के प्रदेश महासचिव राम प्रवेश सिंह यादव ने की. मौजूद किसान वक्ताओं ने कहा कि इस कड़कड़ाती ठंड मे भी हम किसान मजदूर बेरोजगार नौजवान विगत 15 माह अपने विधी सम्मत हक अधिकार के लिए आंदोलन पर बैठे है.
परन्तु जिला प्रशासन धरनार्थियो का न सुनकर केवल और केवल STPL कंपनी का सुन रहा है. जो भ्रष्टाचार की नींव पर कंपनी तैयार हो रही है. जिला प्रशासन द्वारा प्रभावित किसानों की 11 सुत्री मांगों मे एक भी मांग का न तो निष्पादन ही हुआ और न ही कोई पहल ही किया जा रहा है. बैठक के नाम पर प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा के सदस्यों को दिग्भ्रमित करने का कार्य किया जा रहा है.
किसानों ने कहा कि कंपनी और प्रशासन किसानों की बहुफसला व गंगा पंप नहर से सिंचित हो रही भूमि वाटर पाईप लाइन, रेल कॉरीडोर तथा अतिरिक्त जमीन के तहत जबरन अधिग्रहण करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है. जबकि अधिग्रहण की जाने वाली भूमि में अभी कई प्रकार की विसंगतिया है जिसे अभी तक जिला प्रशासन द्वारा दूर करने का प्रयास तक नहीं किया जा रहा. अभी तक जिला प्रशासन तथा STPL कंपनी केवल बरगलाने का ही काम किया है.
जबतक हरेक रैयतों को उचित मुआवजे की राशि मिल नहीं जाता तबतक रेल व वाटर कॉरिडोर में काम नहीं शुरू होने दिया जायेगा. इस दौरान लालजी सिंह कुशवाहा, घनश्याम चौधरी, शिवभजन सिंह,नन्दलाल सिंह, सुरेश चौहान, रामप्यार सिंह, शिवमुरत राजभर, अबुलैस खॉ, जगदीश साह,चुनमुन साह, धुमा राजभर, गोरख नाथ पांडेय, जितेंद्र राय, कृष्ण मुरारी सिंह, दीनानाथ राजभर, दीनानाथ चौधरी, श्यामलाल चौधरी, रामजी राम, अनिल दुबे, नन्द कुमार शर्मा, बीरेन्द्र सिंह कुशवाहा, भैरव राय, सीताराम गोंड आदि शामिल रहे.